
भाजपा ने बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर सम्मान अभियान कार्यक्रम के अंतर्गत संगोष्ठी का आयोजन
आज भास्कर\जबलपुर। बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर कभी नही चाहते थे कि देश में धारा 370 और अनुच्छेद लागू हो पर तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू ने उनकी सहमति के खिलाफ संविधान में संशोधन करते हुए 370 और अनुच्छेद 35ए लागू कर दिया पर j देश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद बाबा साहब के सपने का भारत बनाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने देश से धारा 370 और अनुच्छेद 35ए को समाप्त किया और एक भारत श्रेष्ठ भारत के सपने को साकार करने का कार्य किया, यह बात भारतीय जनता पार्टी प्रदेश प्रभारी डॉ महेंद्र सिंह ने बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर सम्मान अभियान कार्यक्रम के अंतर्गत संगोष्ठी को संबोधित करते हुए संभागीय कार्यालय रानीताल में कही।
भारतीय जनता पार्टी जबलपुर महानगर द्वारा बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर सम्मान अभियान कार्यक्रम के अंतर्गत संगोष्ठी का आयोजन मुख्य अतिथि डॉ महेंद्र सिंह, विशिष्ठ अतिथि छिंदवाड़ा सांसद श्री विवेक साहू बंटी, प्रदेश उपाध्यक्ष सांसद सुमित्रा वाल्मिकी, प्रदेश मंत्री सांसद श्री आशीष दुबे, प्रदेश कोषाध्यक्ष श्री अखिलेश जैन, जिला अध्यक्ष श्री रत्नेश सोनकर, विधायक श्री अशोक रोहाणी, श्री अभिलाष पांडे, महापौर श्री जगतबहादुर सिंह अन्नू, नगर निगम अध्यक्ष श्री रिंकू विज, महामंत्री श्री पंकज दुबे, श्री रजनीश यादव, अनुसूचित जाति मोर्चा अध्यक्ष श्री शिवा चौधरी की उपस्थिति में किया गया।
भारत माता, डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पं दीनदयाल उपाध्याय, बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं वंदे मातरम् गायन से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। कार्यक्रम के अंत में श्री महेन्द्र सिंह जी ने उपस्थित जनों को संविधान की शपथ दिलाई।
भाजपा प्रदेश प्रभारी डॉ महेंद्र सिंह जी ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा हजारों साल भारत गुलाम था, हमारी संस्कृति को नष्ट करने का कार्य दुश्मनों ने किया लगातार संघर्ष किया हमारे जवान लड़ते रहे क्रांतिकारियों ने देश के स्वाभिमान की रक्षा के लिए संघर्ष करते रहे। 1857 में शुरू हुई क्रांति से संघर्ष करते हुए 1947 में स्वतंत्रता प्राप्त हुई। आजादी के 75 से अधिक वर्ष बीत गए आप कल्पना कीजिए हजारों लाखों लोगों की कुर्बानी से मिली स्वतंत्रता के बाद देश का जो संविधान बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर ने बनाया और एक भारत श्रेष्ठ भारत का जिस कल्पना के साथ संविधान बनाया उसका लगातार अपमान कांग्रेस ने किया और कई बार संविधान का गला घोटा गया।
उन्होंने कहा 14 अप्रैल 1891 में बाबा साहब का जन्म हुआ आज से 134 वर्ष पहले ऐसे महापुरुष का जन्म हुआ जिनका जन्म तो 19 वीं शताब्दी में जन्म हुआ उन्होंने 20 वीं शताब्दी में देश के लिए कार्य किया और आज 21 वीं शताब्दी में हम उनकी चर्चा कर रहे है। आप कल्पना कीजिए ऐसे महापुरुष जिन्होंने सिर्फ अपने जीवन के 30 वर्ष कार्य किया और आप सोचिए इतने कम समय में बाबा साहेब ने देश के लिए कैसे कार्य किया होगा।
उन्होंने कहा हमारे बाबा साहब अम्बेडकर जी ने कहा था गलती से भी चार पैसे का भी सदस्य मत बनना, वाम दलों के लिए भी बाबा साहब ने कहा था कि इनके साथ कार्य नही करना क्योंकि यह देश के लिए कार्य नही करते है।
उन्होंने कहा बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर जी का जन्म मप्र में हुआ मुंबई और लंदन में उन्होंने शिक्षा ग्रहण की। बाबा साहब देश के पहले अर्थशास्त्री थे जिन्होंने पीएचडी की उनके पास 32 डिग्रियां थी इतने महान व्यक्तित्व का अपमान कांग्रेस और वाम दलों ने किया और तत्कालीन नेता नेहरू की कोशिश थी कि बाबा साहब चुनाव न जीते। मुंबई से उन्हे जीतने नही दिया पर उनने बंगाल से चुनाव जीता पर कांग्रेस ने हमेशा अपमानित करने का कार्य किया उन्हे चुनाव हराया फिर हिंदू सभा से चुनाव लडे और जीते फिर सदन का सदस्य बने। नेहरू की कोशिश होती थी कि बाबा साहेब देश की आर्थिक नीति हो या विदेश की नीति को किसी में शामिल न हो सके। बाबा साहब भारत को एक राष्ट्रवादी व्यक्ति थे देश के कानून मंत्री थे उनसे धारा 370 और अनुच्छेद 32 ए पेश करने का गया जब उन्होंने इसमें असहमति दिखाई तो नेहरू ने आयंगर से यह अनुच्छेद पेश कराया और पारित करा दिया। लगातार अपमान होने पर उन्होंने 10 अक्टूबर 1951 को मंत्री परिषद से त्याग पत्र दे दिया। बाबा साहब को कांग्रेस ने जीते जी तो अपमानित किया ही पर मृत्यु के बाद भी कांग्रेस ने उनको अपमानित किया और जब उनकी मृत्यु हुई तब तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने प्रयास किया कि उनका अंतिम संस्कार देश की राजधानी दिल्ली में न होकर मुंबई में किया जाए और अन्ततः उनका अंतिम संस्कार मुंबई में किया गया। इतना ही नहीं उनकी डेथ बॉडी को दिल्ली से मुंबई ले जाने वायुयान का जो खर्च आया उसका बिल में उनकी धर्मपत्नी के पास पहुंचाया गया।
डॉ महेंद्र सिंह ने कहा कहा देश में चाहे जवाहर लाल नेहरू हो, इंदिरा गांधी हो, राजीव गांधी हो या आज राहुल गांधी हो इन्होंने हमेशा ही बाबा साहेब का अपमान किया। बाबा साहब ने 7 मौलिक अधिकार बनाए थे और कहा था कि मौलिक अधिकार में संशोधन नहीं हो सकता पर कांग्रेस ने संविधान में संशोधन किया और इससे एक मौलिक अधिकार जो संपति का मौलिक अधिकार था उसे हटा दिया गया।
भाजपा की सरकार ने बाबा साहब को सम्मानित करने का कार्य किया
श्री महेंद्र सिंह जी ने कहा बाबा साहब को सम्मानित करने का कार्य किसी ने किया तो वह देश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद किया गया। संसद के अंदर उनका तैलय चित्र हमारे नेता पं अटल बिहारी बाजपेई जी की सरकार बनने पर लगाया गया। 1990 में अटल जी के प्रयासों से बाबा साहब को भारत रत्न मिला। 2014 में जब श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में सरकार बनी तब प्रधानमंत्री श्री मोदी जी ने बाबा साहब के पंच तीर्थ बनाने की घोषणा की और उनकेजन्म स्थान महू, शिक्षा का स्थान लंदन, दीक्षा भूमि नागपुर, चैत्य भूमि मुंबई, परिनिर्माण भूमि दिल्ली को पंच तीर्थ के रूप में विकसित किया गया।उन्होंने कहा बाबा साहब की जयंती पर 14 अप्रैल को अवकाश घोषित करने का कार्य हमारी सरकार ने किया। हमारी सरकार के प्रयास से बाबा साहब की 125 वीं जयंती पर 20 देशों में बाबा साहब की जन्म जयंती मनाई गई।प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने देश के न्याय मंत्रालय और सर्वोच्च न्यायालय के अंदर उनका स्टेचू लगाने का कार्य किया। बाबा साहब पर डाक टिकट जारी करने का कार्य मोदी जी की सरकार ने किया इसी के साथ भारतीय जनता पार्टी के संगठन ने अपने प्रमुख कार्यक्रमों में बाबा साहब की जयंती को बूथ स्तर पर मानने का कार्य किया।
कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए लगातार किया संविधान के साथ खिलवाड़
छिंदवाड़ा सांसद श्री विवेक साहू बंटी ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा लंबे समय कांग्रेस ने शासन किया पर सत्ता में रहते हुए हमेशा ही कांग्रेस ने संविधान के साथ खिलवाड़ किया। कांग्रेस ने संविधान में लगातार संशोधन किए पर यह संशोधन जनता के लिए अपितु लगातार सत्ता में बने रहने की किए गए। कांग्रेस ने संविधान में सबसे पहला संशोधन न्याय पालिका को रोकने के लिए किया। इसके बाद 1971 में राष्ट्रपति को संशोधन को स्वीकार करने बाधित किया। 1971 में ही संपति के अधिकारों पर संशोधन किया।1975 में आपातकाल जैसा काला अध्याय भी कांग्रेस की नेता और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में लागू किया। 1975 के संशोधन में राष्ट्रपति को आपातकाल लगाने का अधिकार दिया। 1975 में ही संविधान का अपमान करने कार्य कांग्रेस ने किया और इंदिरा गांधी को सत्ता दिलाने संविधान में संशोधन किया।उन्होंने कहा कांग्रेस ने देश में सत्ता में रहते हुए देश में राष्ट्रपति शासन 28 बार लगाया गया है और लोकतंत्र की भावना को कुचलने का प्रयास किया। इंदिरा गांधी ने पिछड़ा वर्ग के आरक्षण में रुकावट की गई और राजीव गांधी द्वारा अनुसूचित जाति के आरक्षण को कमजोर करने का कार्य किया। कांग्रेस ने हमेशा से ही धर्म के आधार पर आरक्षण पर जोर दिया और लगातार प्रयास भी किया।
श्री साहू ने कहा हमारी सरकार के नेतृत्व में भी संविधान में संशोधन हुआ और भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने 22 बार संशोधन किए है जिसमे पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेई जी के नेतृत्व में सरकार ने 14 बार और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में 08 बार संविधान में संशोधन हुए है यह संशोधन सामाजिक उत्थान के लिए किए गए।
स्वागत उद्बोधन एवं कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए जिला अध्यक्ष श्री रत्नेश सोनकर ने कहा बाबा साहेब डा भीमराव अंबेडकर जी की जन्म जयंती की पूर्व संध्या पर आयोजित दीपोत्सव से शुरू हुए कार्यक्रमों की श्रंखला में संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहेब डा भीमराव अंबेडकर के सम्मान अभियान के अंतर्गत आज समाज क्षेत्र में कार्य करने वाले विशिष्ठ जनों की उपस्थिति में संगोष्ठी का आयोजन किया गया है। आज की इस संगोष्ठी में उपस्थित सभी अतिथियो एवम आगंतुक जनों का भाजपा जबलपुर महानगर की ओर से हार्दिक अभिनंदन करता हूं।
श्री सोनकर ने बताया बाबा साहेब की जन्म जयंती के अवसर पर 14 अप्रैल को भारतीय जनता पार्टी जबलपुर महानगर द्वारा सभी 967 बूथों में शत प्रतिशत कार्यक्रम आयोजित किए गए और शत प्रतिशत कार्यक्रम होने से जबलपुर महानगर प्रदेश में प्रथम स्थान पर रहा है।
आतंकी हमले में मृतकों को दी श्रद्धांजलि :- कार्यक्रम के प्रारंभ में पहलगांव में हुए आतंकी हमले में मृतकों को दो मिनिट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। इस घटना की निंदा करते हुए संगठन ने तय किया कि कार्यक्रम में मंचीय स्वागत नही किया जाएगा।
इस अवसर पर पूर्व जिला अध्यक्ष प्रभात साहू, पूर्व विधायक हरेंद्रजीत सिंह बब्बू, पूर्व महापौर सदानंद गोडबोले, डॉ जितेन्द्र जामदार, राजकुमार मेहता, राममूर्ति मिश्रा, संदीप जैन, कमलेश अग्रवाल, श्रीराम शुक्ला, कैलाश साहू, अभय सिंह, रोहित जैन, रंजीत पटेल, प्रणीत वर्मा, कुंडल राव, रूपा राव, श्रीकान्त साहू, रवि शर्मा के साथ बड़ी संख्या में समाज क्षेत्र में कार्य करने वाले विशिष्ट जन एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।