
संत रविदास म.प्र.हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम मर्या द्वारा दिनाँक 07. 03. से 15.03. तक समदढिया मॉल उत्सव हॉल सिविक सेंटर जबलपुर में देवी अहिल्या बाई बुनकर मेले का आयोजन किया गया है। इस मेले में आये चंदेरी के मास्टर बुनकर मोहम्मद जहीन मोहम्मद कुरेशी के स्टॉल पर रीयल गोल्ड जरी साडी उपलब्ध है जिसकी कीमती 1.85 लाख है जो कि मेले में आकर्षण का केंद्र बनी हुई है । जहीन मुहम्मद कुरेशी ने बताया कि इस साडी को बनाने में 6 से 8 माह का समय लगता है और इसे खास अनुभवी बुनकर ही बना पाते हैं।
इस मेले में चंदेरी साडी के अलावा वारासिवनी बालाघाट की कोसा की साडियों व ड्रेस मटेरियल भी उपलब्ध है। वारासिवनी के बुनकर श्री धर्मेंद्र ने बताया कि बालाघाट में जो कोसा तैयार किया जाता है वह चाँपा छत्तीसगढ़ की तर्ज पर ही किया जाता है जब से छत्तीसगढ राज्य अलग हुआ है तो मध्यप्रदेश में कोसा को विकसित किया गया है। मटका कोसा जो कि आसानी से जबलपुर में नहीं मिलता है इस मेले में उपलब्ध है।