- तापमान में गिरावट के बावजूद शहर की वायु उत्तम - निगमायुक्त
- हवॉं में धूल के कण न मिले और वायु प्रदूषण होने से बचे इसके लिए मैकेनिकल स्वीपिंग, जेटिंग एवं मिस्ट फॉगर मशीनों का दो पाली में किया जा रहा है प्रयोग - निगमायुक्त प्रीति यादव
- शहर की बसों की फिटनेश पर भी नियमित रूप से रखी जा रही है नजर : जिससे हवा में छूटने वाले हानिकारक प्रदूषकों को कम किया जा सके
- वायु प्रदूषण को रोकने खुले क्षेत्रों, उद्यानों, पार्को, सामुदायिक स्थानों, स्कूलों और हाउसिंग सोसाईटियों में किया जा रहा है ग्रीन बेल्ट का विकास - निगमायुक्त
आज भास्कर, जबलपुर। शहर की वायु गुणवत्ता में और अधिक सुधार आये और शहर में स्वच्छ और स्वच्छता का चहुँओर वातावरण बने इसके लिए निगमायुक्त श्रीमती प्रीति यादव के द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं और उनके प्रयास सार्थक भी हो रहे हैं। निगमायुक्त श्रीमति प्रीति यादव के निर्देशानुसार आगामी 100 दिवस शीतकालीन कार्य योजना की रूपरेखा के अनुरूप कार्य करने का ही यह परिणाम है कि पिछले वर्ष 2023 के नवंबर माह में जबलपुर शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक औसतन 185 था, जो कि इस वर्ष 2024 में औसतन 157 रहा है। इसी प्रकार पिछले वर्ष 2023 के नवंबर माह में जबलपुर शहर का पी.एम.10 (पार्टिकुलेट मैटर 10 माइक्रोन) औसतन 130 था, जो कि इस वर्ष 2024 में औसतन 121 रहा है। निगमायुक्त श्रीमती प्रीति यादव ने बताया की वायु गुणवत्ता में सुधार हेतु लगातार निगम द्वारा प्रयास किये जा रहे हैं।
जिसके अंतर्गत मैकेनिकल रोड़ स्वीपिंग मशीन के द्वारा सड़कों में जमी हुई धूल को साफ़ करने के लिए दिन एवं रात दो पाली में कार्य किया जा रहा है। मिस्ट फॉगर मशीन द्वारा डिवाइडर और सड़कों के पास लगातार फॉगिंग की जा रही है, जिससे धूल के कण वातावरण की वायु को दूषित नहीं कर सकें। उन्होंने बताया कि एक्यूआई मॉनिटरिंग स्टेशनों के आस-पास मिस्ट फॉगर मशीन से लगातार फॉगिंग का कार्य किया जा रहा है, वायु प्रदूषण से निपटने के लिए सुबह और रात में पीक आवर्स के दौरान पानी के छिड़काव, सड़कों की सफाई और अन्य संभावित उपायों के निरंतर संचालन की जांच के लिए 10 चिन्हित क्षेत्रों (हॉटस्पॉटों) पर विशेष निगरानी की जा रही है, जेटिंग मशीनों से नियमित रूप से सफाई के बाद सड़कों को पानी से धुलाई की जा रही है। यह सुनिश्चित करने के लिए नियमित निगरानी भी की जा रही है। कचरा जलाने, सड़कों के किनारे सी एंड डी सामग्रियों के भंडारण पर सख्त प्रतिबंध सुनिश्चित करना एवं किसी भी उल्लंघन की सूचना मिलने पर स्पॉट फाइन जुर्माना भी लगाया जा रहा है। शहर की बसों की फिटनेस की नियमित निगरानी भी सुनिश्चित की जा रही है ताकि वाहन आवश्यक उत्सर्जन मापदंडों को पूरा कर सकें जिससे हवा में छोड़े जाने वाले हानिकारक प्रदूषकों को कम किया जा सके, खुले क्षेत्रों, उद्यानों, पार्को, सामुदायिक स्थानों, स्कूलों और हाउसिंग सोसाईटियों में ग्रीन बेल्ट का विकास कार्य भी किया जा रहा है।