- भारत में है दुनिया की सबसे पुरानी न्यायपालिका व्यवस्था- मान. जस्टिस श्री झा विधि विभाग, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय द्वारा संविधान दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन
आज भास्कर, जबलपुर 26 नवम्बर। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में संविधान दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पंजाब और हरियाणा के चीफ जस्टिस श्री रविशंकर झा (रिटा.) ने कहा कि भारत में दुनिया की सबसे पुरानी न्यायपालिका है। किसी भी अन्य न्यायिक प्रणाली की वंशावली इतनी प्राचीन या उच्च नहीं है। प्राचीन भारत की न्याय व्यवस्था का सच्चा और सही चित्र प्राप्त करने के लिए हमें मूल ग्रंथों का अध्ययन करना होगा। प्राचीनकाल से ही भारतीय न्याय व्यवस्था में न्यायाधीश स्वतंत्र थे और केवल कानून के अधीन थे। न्यायपालिका की योग्यता, विद्वत्ता, निष्ठा, निष्पक्षता और स्वतंत्रता के संबंध में प्राचीन भारत में किसी भी प्राचीन राष्ट्र की तुलना में सबसे उच्च मानक थे और इन मानकों को आज तक पार नहीं किया जा सका है।
विश्वविद्यालय के पं. कुंजीलाल दुबे प्रेक्षागृह में विधि विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए माननीय कुलगुरु प्रो. राजेश कुमार वर्मा ने सभी को संविधान दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज ऐसे आयोजनों से विद्यार्थियों को विशेषज्ञों से बहुत कुछ सीखने मिलता है। प्रारंभ में स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए विवि विधि विभागाध्यक्ष प्रो. ममता राव ने कहा कि आज का दिन विधि विभाग के इतिहास में गौरवमयी है क्योंकि हमारे मुख्य अतिथि माननीय न्यायमूर्ति श्री आरएस झा विश्वविद्यालय और विभाग के ही पूर्व छात्र हैं जो आज हमारे बीच उपस्थित हैं। उन्होंने संविधान के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि इसमें हमारे अधिकारों के साथ-साथ दायित्व भी दिए गए हैं। विभागाध्यक्ष प्रो. राव ने बताया कि संविधान दिवस के मौके पर विभाग की ओर से त्रिस्तरीय भाषण प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त प्रतिभागियों को मंच पर अतिथियों द्वारा पुरस्कृत भी किया गया। कार्यक्रम में प्रथम पुरस्कार प्राप्त छात्र निवेदिता साहू ने राईट टू प्राइवेसी पर अपना भाषण भी प्रस्तुत किया। संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पंजाब और हरियाणा के चीफ जस्टिस श्री रविशंकर झा (रिटा.), माननीय कुलगुरु प्रो. राजेश कुमार वर्मा, प्रभारी कुलसचिव डॉ. रश्मि टंडन का विधि विभाग की ओर से सम्मान किया गया। मंच संचालन श्रुति दुबे एवं आभार प्रदर्शन विधि संकायाध्यक्ष प्रो. दिव्या चंसोरिया ने किया। इस अवसर पर विधि विभाग के डॉ. अश्विनी जायसवाल, डॉ. देवीलता रावत, डॉ. उमाकांत गजवीर, डॉ. अपर्ण शुक्ला सहित सभी शिक्षक एवं विधि विभाग के छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।