आज भास्कर, भोपाल । नर्मदा नदी के राजघाट से स्टैच्यू आफ यूनिटी तक क्रूज के संचालन से पहले नदी किनारे दो रिसॉर्ट बनाए जाएंगे। इसके लिए दो गांवों में जमीन भी देखी गई है। कुछ बड़े उद्योग समूहों ने रिसॉर्ट बनाने में दिलचस्पी भी दिखाई है। 120 किलोमीटर की क्रूज यात्रा के साथ नदी और सुरम्य वादियों के बीच पर्यटक यादगार समय बीता सके। इसके लिए रिसॉर्ट की प्लानिंग की जा रही है। रिसॉर्ट के लिए आलीराजपुर जिले के ककराना गांव और मेघनाद घाट की जगह फायनल की गई है। दोनो गांव नर्मदा नदी किनारे है। मेघनाद घाट पर क्रूज के लिए फ्लोटिंग जेटी भी बना दी गई है। इस गांव से ही क्रूज से 120 किलोमीटर का सफर तय कर पर्यटक गुजरात के केवडिय़ा तक पहुंच सकेंगे। क्रूज के संचालन के लिए आवश्यक निर्माणों की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट पर्यटन विभाग ने तैयार की है। इस पर चार करोड़ रुपये का खर्च आएगा।
आज भास्कर, भोपाल । नर्मदा नदी के राजघाट से स्टैच्यू आफ यूनिटी तक क्रूज के संचालन से पहले नदी किनारे दो रिसॉर्ट बनाए जाएंगे। इसके लिए दो गांवों में जमीन भी देखी गई है। कुछ बड़े उद्योग समूहों ने रिसॉर्ट बनाने में दिलचस्पी भी दिखाई है। 120 किलोमीटर की क्रूज यात्रा के साथ नदी और सुरम्य वादियों के बीच पर्यटक यादगार समय बीता सके। इसके लिए रिसॉर्ट की प्लानिंग की जा रही है। रिसॉर्ट के लिए आलीराजपुर जिले के ककराना गांव और मेघनाद घाट की जगह फायनल की गई है। दोनो गांव नर्मदा नदी किनारे है। मेघनाद घाट पर क्रूज के लिए फ्लोटिंग जेटी भी बना दी गई है। इस गांव से ही क्रूज से 120 किलोमीटर का सफर तय कर पर्यटक गुजरात के केवडिय़ा तक पहुंच सकेंगे। क्रूज के संचालन के लिए आवश्यक निर्माणों की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट पर्यटन विभाग ने तैयार की है। इस पर चार करोड़ रुपये का खर्च आएगा।