
चंद्रभान और उसका भांजा चिंटू रैदास, जो गुजरात के सूरत में टेक्सटाइल मिल में काम करते थे, राजकोट एक्सप्रेस से जबलपुर पहुंचे थे। उन्हें चित्रकूट एक्सप्रेस पकड़कर बांदा जाना था। भूख लगने पर दोनों स्टेशन के बाहर नाश्ता करने आए थे।
नाश्ता करने के बाद, जब वे वापस स्टेशन जा रहे थे, तभी दो मोटरसाइकिलों में चार युवक पहुंचे। नशे में धुत ये युवक चंद्रभान और चिंटू से शराब पीने के लिए पैसे मांगने लगे। भांजे ने पैसे देने से मना किया, जिसके बाद चारों युवक उन पर टूट पड़े। चंद्रभान ने अपने भांजे का बचाव करने का प्रयास किया, तभी उनमें से एक युवक ने चाकू निकालकर चंद्रभान के गले में मार दिया।
घायल चंद्रभान को उसके भांजे और मौके पर पहुंची पुलिस ने विक्टोरिया जिला अस्पताल पहुंचाया। वहां से उसकी स्थिति नाजुक होने पर उसे मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही चंद्रभान ने दम तोड़ दिया।
भांजे की रिपोर्ट पर अज्ञात युवकों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन युवकों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक नाबालिग भी शामिल है। हालांकि, मुख्य आरोपी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया है, जिसे पुलिस अब ढूंढने में जुटी है। इस घटना ने स्थानीय समुदाय में भय और चिंता पैदा कर दी है।