अगर आप भी रोजाना एक या दो कप कॉफी पीते हैं तो ये खबर आपको खुश कर सकती हैं क्योंकि एक रिसर्च में साफ हुआ है कि जो लोग रोजाना मोडरेट तरीके से कॉफी का सेवन करते हैं. उन्हें अन्य लोगों के मुकाबले हार्ट से संबंधित बीमारियों का कम खतरा रहता है. मोडरेट तरीके से यहां रोजाना तीन कप कॉफी या 200-300 मिलीग्राम कैफीन से है. हालांकि इससे ज्यादा कैफीन सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है. इस स्टडी में साफ हुआ है कि कैफीन के इस्तेमाल से सूजन को कम करके कार्डियोमेटाबोलिक हेल्थ में सुधार होता है. हालांकि हार्ट हेल्थ के लिए इस स्टडी में कैफीन के साथ साथ एक्सरसाइज और बेहतर नींद लेने को भी प्रभावकारी बताया है. मोडरेट तरीके से कॉफी लेना हार्ट के लिए फायदेमंद है लेकिन इसमें बेहद जरूरी है कि कॉफी को बनाया कैसे जा रहा है. जैसे फिल्टर कॉफी उबालकर बनाई कॉफी से कहीं ज्यादा बेहतर और फायदेमंद है. लेकिन ध्यान रखें कि कॉफी का ज्यादा इनटेक हार्ट रेट को बढ़ाता है, साथ ही एंग्जायटी और नींद की समस्या भी पैदा करता है इसलिए दिन में ज्यादा कॉफी भी न पिएं.
अगर आप भी रोजाना एक या दो कप कॉफी पीते हैं तो ये खबर आपको खुश कर सकती हैं क्योंकि एक रिसर्च में साफ हुआ है कि जो लोग रोजाना मोडरेट तरीके से कॉफी का सेवन करते हैं. उन्हें अन्य लोगों के मुकाबले हार्ट से संबंधित बीमारियों का कम खतरा रहता है. मोडरेट तरीके से यहां रोजाना तीन कप कॉफी या 200-300 मिलीग्राम कैफीन से है. हालांकि इससे ज्यादा कैफीन सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है. इस स्टडी में साफ हुआ है कि कैफीन के इस्तेमाल से सूजन को कम करके कार्डियोमेटाबोलिक हेल्थ में सुधार होता है. हालांकि हार्ट हेल्थ के लिए इस स्टडी में कैफीन के साथ साथ एक्सरसाइज और बेहतर नींद लेने को भी प्रभावकारी बताया है. मोडरेट तरीके से कॉफी लेना हार्ट के लिए फायदेमंद है लेकिन इसमें बेहद जरूरी है कि कॉफी को बनाया कैसे जा रहा है. जैसे फिल्टर कॉफी उबालकर बनाई कॉफी से कहीं ज्यादा बेहतर और फायदेमंद है. लेकिन ध्यान रखें कि कॉफी का ज्यादा इनटेक हार्ट रेट को बढ़ाता है, साथ ही एंग्जायटी और नींद की समस्या भी पैदा करता है इसलिए दिन में ज्यादा कॉफी भी न पिएं.