आज भास्कर, जबलपुर : भारतीय रेल में आधुनिक सिग्नल प्रणाली के माध्यम से ट्रेन संचालन की सुरक्षा को बढ़ावा देने के प्रयास में, पश्चिम मध्य रेलवे ने उल्लेखनीय कदम उठाते हुए 135 स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम स्थापित किया है। इस नई प्रणाली से ट्रेन की आवाजाही पर सटीक नियंत्रण सुनिश्चित किया गया है और मानवीय त्रुटि की संभावनाओं को कम किया गया है।
महाप्रबंधक के मार्गदर्शन में और प्रमुख मुख्य संकेत एवं दूरसंचार इंजीनियर के निर्देशन में, पश्चिम मध्य रेल में सिग्नलिंग सिस्टम के तीव्र अपग्रेडेशन की प्रक्रिया चल रही है। इस प्रक्रिया के तहत, पारंपरिक विद्युत रिले इंटरलॉकिंग सिस्टम को कंप्यूटर आधारित इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम से बदला जा रहा है। जबलपुर, भोपाल, और कोटा मंडलों के 45-45 स्टेशनों पर इस नई प्रणाली को लागू किया गया है, जिससे कुल 135 स्टेशनों को उन्नत सुरक्षा उपायों से लैस किया गया है।
इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम सिग्नल, पॉइंट्स और लेवल-क्रॉसिंग गेटों को नियंत्रित करने के लिए कंप्यूटर आधारित तकनीक और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग करता है, जिससे यार्ड में सिग्नलिंग गियर से प्राप्त इनपुट को सुरक्षित तरीके से संसाधित किया जा सकता है। इस प्रणाली ने सुरक्षा में सुधार किया है और ट्रेनों की गति बढ़ाने में मदद की है।
पश्चिम मध्य रेलवे, संरक्षित और सुरक्षित रेल संचालन के लिए नई तकनीकों को अपनाने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है, जिससे यात्रियों के लिए एक सुरक्षित और विश्वसनीय यात्रा अनुभव सुनिश्चित किया जा सके।