आज भास्कर, जबलपुर: इस साल रक्षाबंधन 19 अगस्त को मनाया जाएगा, जिसमें बहनें शुभ मुहूर्त में अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधेंगी। यह त्योहार भाई-बहन के पवित्र स्नेहबंधन का प्रतीक है, जो सभी परंपराओं और मान्यताओं से ऊपर माना जाता है।
धर्माचार्यों और ज्योतिषविदों के अनुसार, राखी बांधने के बाद इसे तुरंत उतारना गलत और अशुभ माना जाता है। विद्वानों का कहना है कि भाई को कम से कम 21 दिन या जन्माष्टमी तक राखी को अपनी कलाई पर ही रखना चाहिए, और इसे अगले वर्ष तक सहेज कर रखना चाहिए।
रक्षाबंधन के दिन, बहनों को सबसे पहले भगवान को सुंदर सजी हुई राखियां चढ़ानी चाहिए, और फिर भाइयों की कलाई पर राखी बांधते समय उन्हें पूर्व दिशा की ओर बिठाना चाहिए। राखी बांधने के बाद, अगर राखी खंडित हो जाए, तो उसे संभालकर नहीं रखना चाहिए, बल्कि इसे किसी पेड़ के नीचे मुद्रा के साथ रख देना चाहिए या फिर जल में प्रवाहित कर देना चाहिए।
यह रक्षा सूत्र भाई-बहन के रिश्ते का प्रतीक होता है, और इसे पूरे साल सहेज कर रखना चाहिए, ताकि अगली रक्षाबंधन तक इसे उचित स्थान पर सुरक्षित रखा जा सके।