नई दिल्ली: राजधानी में एसीपी यशपाल चौहान के बेटे की हत्या कर उसके शव को नहर में फेंके जाने के मामले में शुक्रवार को नया खुलासा हुआ. सामने आया कि मृतक लक्ष्य चौहान जो कि पेश से वकील भी था) ने दोस्तों से कुछ पैसे उधार लिए थे, जिसे मांगने पर वह उनके साथ दुर्व्यवहार करता था. इसी के चलते आरोपी विकास और अभिषेक ने साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई थी. पुलिस ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज करने और हत्या की पुष्टि होने के बाद अपहरण की धारा के साथ हत्या व साक्ष्य मिटाने की धाराओं को भी जोड़ दिया है. साथ ही मामले में आरोपी अभिषेक को गिरफ्तार भी किया है और दूसरे की तलाश जारी है.
दरअसल पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुलासा किया कि शादी समारोह में शामिल होने के बाद सभी लक्ष्य की कार से पानीपत गए थे. इसके बाद तीन रास्तों में कार से उतरे जहां मौका पाकर विकास और अभिषेक ने लक्ष्य को नहर में धक्का दे दिया. इसके बाद विकास ने लक्ष्य की ही कार से अभिषेक को घर छोड़ा. अभिषेक ने यह भी बताया कि विकास ने ही इस हत्या की साजिश रची थी. इतना ही नहीं, विकास लक्ष्य की कार को बेचना चाहता था, लेकिन बाद में वह कार छोड़कर वहां से फरार हो गया. हालांकि पुलिस ने उस कार को भी बरामद कर लिया है.
मामले को सुलझाने के लिए स्पेशल स्टाफ और जिला पुलिस की तीन अलग टीम बनाई गई है जो जगह-जगह विकास की तलाश में छापेमारी कर रही है. वहीं दूसरी तरफ मृतक लक्ष्य के शव को नहर से निकालने के लिए लगातार ऑपरेशन चलाया जा रहा है, लेकिन अभी तक उसका शव बरामद नहीं किया जा सका है. गिरफ्तार किए गए आरोपी से पूछताछ जारी है.