आज भास्कर :
पश्चिम विधानसभा के भाजपा प्रत्याशी साँसद श्री राकेश सिंह ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए पश्चिम विधानसभा का दृष्टिपत्र प्रस्तुत किया।
पत्रकारवार्ता में राज्यसभा सांसद श्रीमती सुमित्रा वाल्मीकि, नगर अध्यक्ष श्री प्रभात साहू, प्रदेश मंत्री श्री आशीष दुबे, पूर्व विधायक श्री हरेन्द्रजीत सिंह बब्बू, प्रदेश प्रवक्ता श्री शशिकान्त शुक्ला, प्रदेश सह मीडिया प्रभारी प्रशांत तिवारी गोलू, वेदप्रकाश शर्मा, अरविंद पाठक, विधानसभा प्रभारी श्री पंकज दुबे, विधानसभा संयोजक श्री राजीव बेंटिया, प्रदेश पैनलिस्ट श्री रविन्द्र पचौरी, जिला मीडिया प्रभारी श्रीकान्त साहू, कुमार नीरज, सह मीडिया प्रभारी रवि शर्मा उपस्थित थे।
शास्वत विकास का दृढ़ संकल्प ...
मैंने हमेशा ही योजनाबद्ध तथा शाश्वत विकास पर विश्वास किया है।
सन् 2004 में जब पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहा था तब मैंने जबलपुर लोकसभा क्षेत्र के लिए ‘दृष्टीपत्र’ (Vision Document) बनाया था। आज जबलपुर में, फ्लाई-ओवर, मदन महल स्टेशन टर्मिनल, एयरपोर्ट का नया भवन, रिंग रोड जैसी अनेक परियोजनाएँ एक साथ चल रही हैं। इन सबका आधार वह दृष्टीपत्र ही है।
पहले दस वर्ष, काँग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए का शासन था। आवश्यक फंड्स उपलब्ध नहीं थे। इसीलिये इन सभी परियोजनाओं में इतना विलंब हुआ। अर्थात् सन् 2014 में केंद्र में माननीय नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार आने के बाद, इन सभी परियोजनाओं को गति मिली है।
जिस प्रकार जबलपुर के विकास का ब्लू प्रिंट, दृष्टीपत्र के माध्यम से मैंने आपके सामने रखा था, उसी प्रकार जबलपुर (पश्चिम) के शाश्वत विकास का चित्र आपके सामने रख रहा हूँ।
दृष्टि-पत्र
जबलपुर का पश्चिम विधानसभा क्षेत्र, हमारे महानगर का अत्यंत महत्वपूर्ण क्षेत्र है। हमारे जबलपुर पर सदैव अपनी कृपा बरसाने वाली माँ नर्मदा के ग्वारीघाट और तिलवाराघाट जैसे पवित्र तट, इसी क्षेत्र में हैं। अतः स्वाभाविक ही है कि अनेक पूज्य संतों, महंतों, ऋषियों और साध्वियों का निवास भी इसी क्षेत्र में है।प्राचीन धरोहर और विरासत को संजोये गढ़ा क्षेत्र भी इसी विधानसभा में आता है तो आधुनिक और प्रगत युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने वालाल आई टी पार्क भी इस विधानसभा का हिस्सा है। यहां जबलपुर की शान, गौंड कालीन मदन महल का किला है तो चिकित्सा शिक्षा के लिए उत्कृष्ट केन्द्र के रूप में मेडीकल कॉलेज एवं मेडीकल यूनिवर्सिटी भी है। यहां पश्चिम मध्य रेल के अंतर्गत आने वाला मदन महल टर्मिनल स्टेशन एवं दक्षिण-पूर्व रेल के अंतर्गत आने वाला गढ़ा रेलवे स्टेशन भी है। मध्यप्रदेश विद्युत मंडल के विभिन्न मुख्यालय, इस विधानसभा क्षेत्र में है।
अनेक खूबियों को समेटे हुए इस विधानसभा क्षेत्र की अनेक समस्याएँ भी हैं। इन समस्याओं का स्थायी और दीर्घकालीन निराकरण करने हेतु एक सर्व-समावेशक विकास की दृष्टि चाहिये।
भारतीय जनता पार्टी ने जबलपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के उन्नयन के लिए तथा सर्वांगीण विकास के लिए, एक प्रभावी कार्य योजना तैयार की है। बस, उसी योजना का एक संक्षिप्तरूप है, यह ‘दृष्टीपत्र’!
इस दृष्टीपत्र का आधार है, शाश्वत विकास। हम जबलपुर पश्चिम का सर्वागीण विकास करने में विश्वास रखते हैं! हमारा लक्ष्य है, अगले दस वर्षों में हमारा जबलपुर पश्चिम यह संपूर्ण मध्यप्रदेश का, सबसे विकसित विधानसभा क्षेत्र बने। हमें जबलपुर पश्चिम को, प्रदेश का रोल मॉडल बनाना है।
हमें पूर्ण विश्वास है, इस लक्ष्य की प्राप्ति में आप सभी का पूर्ण सहयोग रहेगा ...
गौरीघाट (ग्वारीघाट) और तिलवारा घाट के तटों को अयोध्या नगरी के सरयू तट जैसा विकसित करना -
प्रभु रामचन्द्र जी का भव्य मंदिर जहाँ आकार ले रहा है, ऐसी अयोध्या नगरी में, पवित्र सरयू नदी के तटों को विकसित किया गया है। इन तटों पर आधुनिक सुविधायें तो हैं, साथ ही इन तटों की पवित्रता और परंपरा को भी अक्षुण्ण रखा गया है।
इसी आधार पर हमारे ग्वारीघाट और तिलवाराघाट के समग्र विकास की योजना है। ये दोनों घाट याने माँ नर्मदा ने, अपने दोनों हाथों से, जबलपुर पश्चिम विधानसभा को दिया हुआ आशीर्वाद है। ये घाट प्राचीन हैं, ऐतिहासिक महत्त्व को अपने साथ समेटे हैं। अनेक मंदिर और संत-साध्वियों का निवास होने के कारण, यह सारी भूमि पवित्र बन गई है।
इन दोनों घाट-क्षेत्रों को, सरयू के घाटों जैसा, परम्परा के अनुसार, किंतु स्थानीय निवासियों, तीर्थ पुरोहितों, दर्शनार्थियों, पर्यटकों एवं व्यवसायियों की आवश्यकताओं को दृष्टिगत रखते हुए आधुनिक सुविधाओं से युक्त बनाया जाएगा।
दोनों घाटों को तथा माँ नर्मदा जी की आरती को, भव्यता प्रदान की जाएगी। आने वाले दिनों में यह दोनों घाट, न केवल प्रदेश के वरन, अपने देश के आकर्षण के केन्द्र होंगे।
पश्चिम के पर्यटन स्थलों का विकास -
अपने पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में, मात्र जबलपुर के लिए ही नहीं, वरन् पूरे प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण ऐसे ऐतिहासिक स्थल हैं ।उपेक्षित पड़े संग्राम सागर को हमने जिस प्रकार से स्वच्छ किया, उसका सौंदर्यीकरण किया, उसी प्रकार अन्य स्थानों का भी सर्वांगीण विकास करने की योजना है।
ग्वारीघाट रोड पर स्थित बादशाह हलवाई मंदिर, मदन महल पहाड़ी पर विराजी माँ शारदा का मंदिर, संग्राम सागर के बाजू में स्थित बाजना मठ मंदिर और जबलपुर की पहचान मदन महल का किला, इन सभी स्थानों को प्राकृतिक रूप से विकसित किया जाएगा। पर्यावरण का पूरा ध्यान रखते हुए, इन सभी स्थानों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। मदन महल पहाड़ी पर 100 करोड़ रूपये की राशि से रानी दुर्गावती का भव्य स्मारक बनाया जायेगा।
अगले पाँच वर्षों में, अपना पश्चिम क्षेत्र, पूरे जबलपुर महानगर का पर्यटन केंद्र बनेगा।
गतिमान जबलपुर- गतिशील पश्चिम -
वर्ष 2014 से केंद्र में माननीय नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में, भाजपा की सरकार आने के बाद, जबलपुर के विकास की अनेक परियोजनायें स्वीकृत होती गई और तेज गति से पूर्णता की ओर बढ़ने लगी। चौराहों का विकास हुआ, पूरे प्रदेश का सबसे बड़ा फ्लाई ओवर अपने जबलपुर में बनने लगा, शहर से ग्वारीघाट तक रोप-वे स्वीकृत हुआ। हमारा जबलपुर महानगर गतिमान बनने लगा।
किंतु हमारे पश्चिम क्षेत्र में आज भी ट्रैफिक की समस्या है। अनेक रास्ते और चौराहे ऐसे हैं जहाँ दिन के विभिन्न समय, ट्रैफिक जाम की स्थिति निर्मित होती है।
हमने यातायात की इस संपूर्ण स्थिति का बारीकी से अध्ययन किया है। अनेक विशेषज्ञों की राय ली है। इन सब की मदद से, हमने जबलपुर पश्चिम के लिए “इंटिग्रेटेड ट्रैफिक प्लान” (समन्वित यातायात की योजना) बनाया है।
अगले तीन वर्षों में, जबलपुर पश्चिम को ‘गतिशील पश्चिम’ बनाने का हमारा दृढ़ संकल्प है।
रोजगार का प्रमुख केंद्र -
हमारी कल्पना में जबलपुर पश्चिम, यह रोजगार सृजन का प्रमुख केंद्र बनेगा। आईटी पार्क का विस्तार में अन्य बड़ी कंपनियों को लाने का अभियान चलाया जाएगा। सभी क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए जबलपुर पश्चिम में स्किल सेंटर, वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर तथा व्यवसाय मार्गदर्शक केंद्र चलाये जायेंगे।‘जबलपुर पश्चिम के अधिकाधिक युवाओं को रोजगार, यही हमारा लक्ष्य है।
आबादी बस्ती का नियमितीकरण -
अपने जबलपु पश्चिम में आबादी बस्ती यह एक समस्या है। लोग इन आबादी बस्तियों में वर्षों से रह रहे हैं। अनेक पीढ़ियों से रह रहे हैं। किंतु जिस जमीन पर ये लागे हैं उसका खसरा उनके नाम नहीं है।जबलपुर पश्चिम की समन्वित विकास योजना में बस्तियों के नियमितीकरण पर जोर दिया जायेगा। आबादी बस्तियों की भूमि, राजस्व भूमि से परिवर्तित की जाएगी तथा सभी आबादी बस्तियों का नियमितीकरण किया जायेगा।
जल प्लावन की समस्या से छुटकारा-
अपने जबलपुर पश्चिम विधानसभा में कुछ ऐसे है जहाँ जल प्लावन की समस्या से प्रतिवर्ष जूझना पड़ता है। वर्ष में बाढ़ के कुछ दिन, हम सभी के लिये अत्यंत कष्टप्रद होते हैं।पश्चिम की समन्वित विकास योजना में जल प्लावन को कोई स्थान नहीं है। आधुनिक तकनीकी का उपयोग करके जल प्लावन की स्थिति से पूर्णतः छुटकारा दिलाया जायेगा। हम शाश्वत विकास पर विश्वास रखते हैं, इसीलिए इस समस्या का स्थायी हल निकाला जायेगा।
तालाबों का सौन्दर्यीकरण -
हम पश्चिम के रहवासी बड़े भाग्यशाली हैं कि गोंड़ शासकों ने बनाये हुए अनेक तालाब तथा बावड़ियाँ अपने क्षेत्र में हैं। अपने विधानसभा क्षेत्र को समेटे हुए बहती माँ नर्मदा तथा ये तालाब-बावड़ियाँ इन सब ने मिलकर हमारे पश्चिम के जलस्तर को अच्छा रखने का काम किया है।किंतु दुर्भाग्य से अनेक तालाब और बावड़ियाँ आज अच्छी परिस्थिति में नहीं हैं, किंतु उनका उन्नयन होने की आवश्यकता है।
जल संरक्षण अनेक वर्षों से मेरा प्रमुख विषय रहा है। किसी समय उपेक्षित पड़े संग्राम सागर और इमरती तालाब का उन्नयनीकरण और सौंदर्यीकरण हम सबके सामने है। अभी कृछ दिनों पहले अपने क्षेत्र के राधाकृष्ण मंदिर बावड़ी को, मैंने, कार्यकर्ताओं तथा स्थानीय नागरिकों की की मदद से ‘जलमंदिर’ में परिवर्तित किया है।
इसी तर्ज पर अपने क्षेत्र के सभी तालाबों का तथा बावड़ियों का उन्नयन तथा सौंदर्यीकरण किया जायेगा। हम क्षेत्रवासियों के लिये ये सभी तालाब, सुबह और शाम को ताजी हवा में टहलने के प्राकृतिक स्थान बनेंगे।
सब्जी मण्डी को व्यवस्थित करना-
अपने पूरे पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में स्थान-स्थान पर सब्जी बेची जाती है। आसपास के गांव के किसान, यहां आकर अपनी खेती की जाती सब्जियां बेचते हैं। इसीलिये पूरे जबलपुर से लोग अपने क्षेत्र में आकर सब्जी खरीदते हैं।किंतु दुर्भाग्य से इतने वर्षों में सब्जी बाजार को व्यवस्थित करने के प्रयास नहीं हुए हैं। अपनी समन्वित विकास योजना में पश्चिम की सभी सब्जी मण्डियों को व्यवस्थित करना, सड़कों पर बाजार न लगे इसीलिये आकर्षक और स्वच्छ बाजार तैयार करना, इस हेतु प्राथमिकता से काम किया जायेगा।
शाश्वत व स्थाई विकास पर जोर
संसदीय कार्यकाल में कराए गए प्रमुख विकास कार्य
●1100 करोड़ रुपए की लागत से प्रदेश के सबसे लंबे फ्लाईओवर ब्रिज का निर्माण।
●400 करोड़़ रुपए की लागत से आई. टी. पार्क की स्थापना जिसमें फेस 1 में 63 एकड़ में स्थापित लगभग 1 लाख वर्गफुट के अत्याधुनिक भवन में 12 कंपनियां संचालित हैं, जिससे लगभग 2000 युवाओं को रोजगार मिला है। फेस 2 में 1 लाख वर्ग फुट का भवन निर्माणाधीन है जिसमें लगभग 2000 युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
● 125 करोड़ रुपए की लागत से जबलपुर स्थित मदन महल रेलवे स्टेशन को टर्मिनल स्टेशन के रूप में विकसित करने की परियोजना का कार्य प्रारंभ।
●मेडिकल कॉलेज के अंतर्गत सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की स्थापना।
●ऐतिहासिक संग्राम सागर का उन्नयन एवं सौंदर्यीकरण।
●40 करोड़़ रुपए की लागत से सगड़ा-लम्हेटा-भेड़ाघाट सड़क का निर्माण।
●लगभग 4000 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली देश की दूसरी और म.प्र. की सबसे लंबी 118 कि.मी. रिंग रोड का निर्माण प्रारंभ।
●450 करोड़ रुपए की लागत से डुमना विमानतल को आधुनिक स्वरूप देने नई टर्मिनल बिल्डिंग, एप्रॉन, एटीसी टॉवर व रनवे का विस्तार।
●ट्रांसपोर्ट सिस्टम में शामिल रेलवे स्टेशन से सदर-गोरखपुर-ग्वारीघाट तक व सिविक सेंटर से बड़ा फुहारा-बल्देवबाग होते हुए अधारताल तक केबिल कार संचालन की योजना स्वीकृत।
●जबलपुर में फूड एवं क्राफ्ट इंस्टीट्यूट की स्थापना से पर्यटन उद्योग को बढ़ावा।
●साइंस सेंटर एवं तारामंडल की स्थापना हेतु स्वीकृति।
●10 करोड़ रुपए की लागत से इंडोर स्टेडियम निर्माण हेतु स्वीकृति।
●देश के पहले जियोलॉजिकल पार्क स्थापना की स्वीकृति।
विश्व नेतृत्व की ओर भारत के सशक्त कदम ...
●वैश्विक अर्थव्यवस्था में पांचवें स्थान पर पहुंचा है।
●विश्व में तेज गति से बढ़ती अर्थव्यवस्था।
●अनेक ग्लोबल रेटिंग्स में पहले कुछ स्थानों में।
●G-20 की अध्यक्षता के माध्यम से, विश्व के सभी प्रमुख देशों ने भारत का नेतृत्व स्वीकार किया।
●एशियाई खेलों में पहली बार पदक तालिका में सौ से ज्यादा पदक।
शुक्रवार, दिनांक 17 नवंबर को हम सब मतदान करने जा रहे हैं। यह चुनाव अत्यंत महत्वपूर्ण है। मात्र जबलपुर पश्चिम ही नहीं, बल्कि प्रदेश और देश के भविष्य को तय करने वाला, यह चुनाव है। हमारा देश प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में तेजी से आगे बढ़ रहा है। संपन्न हो रहा है, समृद्ध हो रहा है। किंतु कुछ शक्तियां, भारत के इन मजबूत कदमों को रोकना चाहती हैं। इस देश से सनातन को संपूर्ण मिटाना चाहती हैं। श्री राम का अस्तित्व नकारने वाले, भगवान राम हुए ही नहीं, यह सिद्ध करने, अनेकों वकील लगाने वाले, रामसेतु को तोड़ने का प्रयास करने वाले, आज राम भक्त बनकर, मोदी जी के विकास की रफ्तार को रोकना चाहते हैं। हमें उन्हें पहचाना होगा। जबलपुर पश्चिम के और अपने प्रदेश के सुखद, समृद्ध, आश्वासक भविष्य के लिये भाजपा की सशक्त सरकार बनाने में सभी अपना सहयोग अवश्य दें।