दिल्ली में सिखों का नरसंहार करने वाले कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस को जनता करारी हार का मुंह दिखाए: मनजिंदर सिंह सिरसा - Aajbhaskar

खबरे

Tuesday, November 7, 2023

दिल्ली में सिखों का नरसंहार करने वाले कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस को जनता करारी हार का मुंह दिखाए: मनजिंदर सिंह सिरसा



जबलपुर प्रवास के दौरान भाजपा राष्ट्रीय सचिव ने पत्रकार्रवार्ता को किया संबोधित


जबलपुर/7 नवंबर। मप्र की जनता आने वाले विधानसभा चुनाव में राक्षसी प्रवृति व सिखों के हत्यारे कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस पार्टी को चुनावों में करारी हार का मुंह दिखाए यह बात दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी के पूर्व अध्यक्ष एवँ भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सरदार मनजिंदर सिंह सिरसा ने जबलपुर प्रवास के दौरान पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए होटल नर्मदा जैक्सन में कही।



सरदार सिरसा ने कहा कांग्रेस पार्टी ने मौजूदा चुनाव में कमल नाथ को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाया है लेकिन वह भूल गई कि कमलनाथ ने दिल्ली में सिखों के नौंवे गुरु साहिब तेग बहादुर जी के पवित्र स्थल गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में दो सिक्खों का नरसंहार किया था। इस मामले में कमलनाथ के साथी भी उसके इलाके छिंदवाड़ा के रहने वाले थे जिनका पता दिल्ली में कमल नाथ के सर्वेंट क्वार्टर दिखाया गया था।



स. सिरसा ने कहा कांग्रेस ने दशकों तक उसका बचाव किया लेकिन केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद हमने गृह मंत्रालय से संपर्क किया जिसके बाद कमल नाथ के खिलाफ मामले को पनुः खोलने के आदेश जारी किए गए और अब वह अपने जघन्य अपराधों के लिए जेल जाएंगे।

सरदार सिरसा ने कहा कि 1984 में सिख नरसंहार के दौरान जिन लोगों की हत्या हुई वह मध्यप्रदेश के लोगों के भाई-बहन जैसे थे। जिन बेटियों के साथ कमलनाथ जैसे गुंडों ने दुष्कर्म किया वह लोगों की बहन-बेटियां थीं। उन्होंने लोगों से सवाल करते हुए पूछा कि क्या वह ऐसे राक्षसी प्रवृति वाले व्यक्ति को अपना नेता मानने के लिए तैयार हैं। उन्होंने लोगों से पुरज़ोर अपील करते हुए कहा कि कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस पार्टी को करारी हार का मुंह दिखाए ताकि ज़िंदगी भर याद रखे।


उन्होंने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं जो गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में मत्था टेकते हैं व गुरु तेग बहादुर साहिब को नमन करते हैं और दूसरी तरफ कमल नाथ हैं जो गुरुद्वारा साहिब में सिखों को मारते हैं और गुरुद्वारा साहिब में आग लगाते हैं, जो व्यक्ति गुरु का नहीं बन सका उससे मानवता के सम्मान की क्या उम्मीद की जा सकती है।


सरदार सिरसा ने प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा सिखों के लिए किये गये कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले 9 वर्षों में सिखों के लिए वह किया है जो पिछले 70 वर्षों में किसी भी प्रधानमंत्री ने सिखों के लिए नहीं किया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने एसआईटी का गठन किया जिसने 1984 के सिख नरसंहार मामलों की पुनः जांच की और यह सुनिश्चित किया कि सज्जन कुमार व अन्य आरोपी सलाखों के पीछे हों। अब बारी जगदीश टाइटलर और कमल नाथ की है और वे भी अपने कुकर्मों के लिए जेल जाएंगे


उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने करतारपुर साहिब कॉरिडोर की योजना बनाकर व्यावहारिक तौर पर उसे अमली जामा पहनाया है, जिसकी बदौलत सिख समुदाय बिना वीजा के पाकिस्तान स्थित श्री करतारपुर साहिब के दर्शन कर रहा है। इसी प्रकार शिरोमणि कमेटी को एफसीआरए को मंजूरी दे दी गई जिसके चलते विदेश में बैठीं संगत श्री दरबार के लिए अपना दसवंद भेज सकती है।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने गुरु नानक देवजी का 550वां प्रकाश पर्व बड़े स्तर पर मनाया गया तथा गुरु तेग बहादुर साहिब जी का 400वां प्रकाश पर्व उसी लाल किले पर मनाया गया जहां से गुरु साहिब को शहीद करने का आदेश मुगलों द्वारा जारी किया गया था। उन्होंने कहा कि पिछले 9 सालों में मोदी सरकार ने सिख समुदाय के लिए बहुत कुछ किया है।


इस अवसर पर साँसद एवँ पश्चिम विधानसभा के प्रत्याशी श्री राकेश सिंह, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव सरदार जगदीप सिंह काहलों, पूर्व विधायक श्री हरेन्द्रजीत सिंह बब्बू उपस्थित थे।


सिख समाज से किया संवाद :- दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी के पूर्व अध्यक्ष सरदार मनजिंदर सिंह सिरसा ने जबलपुर प्रवास के दौरान समूह सिख समाज, खालसा सेवक जत्था, सिख यूथ द्वारा होटल गुलज़ार टॉवर में आयोजित कार्यक्रम में सिख समाज के वरिष्ठ जनो को संबोधित किया।




इस मौके पर उन्होंने ‘मोदी एंड सिख्स’ ए जर्नी आफ 9 ईयर्स’ पुस्तक भी साझा करते हुए बताया कि इस पुस्तक में प्रधानमंत्री द्वारा सिख समुदाय के लिए किए गए कार्यों का विस्तार से वर्णन है।

दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव सरदार जगदीप सिंह काहलों, साँसद राकेश सिंह, पूर्व विधायक हरेन्द्रजीत सिंह बब्बू, गुरदेव सिंह, परमजीत सिंह सहित अन्य गणमान्य शख्सियतें मौजूद रहीं।