आज भास्कर, जबलपुर : आयकर विभाग की राजुल बिल्डर के 12 ठिकानों पर तीन दिन से जांच चल रही है। गुरुवार को भी आयकर विभाग की इंवेस्टीगेशन विंग के अधिकारियों ने बैंक खाते और लाकर की जांच की। इस दौरान बड़ी संख्या में कई ऐसे दस्तावेज मिले, जिनमें रजिस्ट्री के अलावा शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य सेक्टर में निवेश किया गया है। इनमें कई ऐसे लोगों के नाम भी सामने आए हैं, जिन्होंने राजुल बिल्डर के साथ साझेदारी कर पैसा लगाया।
आयकर विभाग की एक्टपर्ट टीम ने कई अहम जानकारी निकाली
सूत्र बताते हैं कि आयकर विभाग की एक्टपर्ट टीम ने कई अहम जानकारी निकाली है। इनमें राजुल बिल्डर के डायरेक्टर दिलीप मेहता के साथ कई प्रोजेक्ट में पैसा लगाया, लेकिन उन्होंने यह जानकारी अपनी रिटर्न में छिपाई। इनमें मुख्य तौर पर रिश्तेदार के साथ कई परिचित और मित्रों के नाम भी आए हैं। सूत्रों की माने तो अब आयकर विभाग ने इनका भी खांका तैयार कर लिया है और इनके यहां छापेमारी और पूछताछ की कार्रवाई हो सकती है।जल्द ही इन्हें नोटिस जारी किया जा सकता है
इंवेस्टीगेशन विंग के अधिकारी दिलीप मेहता के रिश्तेदार मनीष जायसवाल के भैंसासुर स्थित घर और कार्यालय पहुंचे । उन्होंने यहां से भी निवेश से जुड़े कई अहम दस्तावेज जब्त किए। एक्सपर्ट की मदद से इसकी जांच की गई। यहां से मिली रजिस्ट्री के सत्यापन और अन्य पहलुओं की भी जांच की जा रही है। सूत्र बताते हैं कि अब तक की जांच में राजुल बिल्डर की करोड़ों की संपत्ति और निवेश में उनके साझेदारों ने भी पैसा लगाया। कई ने तो लिखित में निवेश किया, कई ऐसे भी थे, जिन्होंने किसी अन्य के नाम पर निवेश किया। अब आयकर विभाग ऐसे लोगाें से जल्द पूछताछ कर सकती है। इसके लिए जल्द ही इन्हें नोटिस जारी किया जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि कई के घर और दफ्तार पर छापेमारी भी हो सकती है।#aajbhasker, #todeynews, #lateestnews,