आज भास्कर, मऊगंज। पुलिस की बर्बरता का एक मामला सामने आया है, जिसमें थाने में युवक की बेरहमी से पिटाई की गई, उसकी चोटी उखाड़ी गई और जनेऊ तोड़ दिया गया। पीड़ित युवक नरेंद्र मिश्रा ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उसे घर से उठाकर थाने ले जाकर पट्टे से पीटा और जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया।
घटना के विरोध में सोमवार को ब्राह्मण समाज के लोगों ने एसपी ऑफिस पर प्रदर्शन किया और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। समाज ने चेतावनी दी कि अगर कार्रवाई नहीं की गई, तो 14 अक्टूबर से आमरण अनशन शुरू किया जाएगा।
यह मामला रविवार को शाहपुर के पहाड़ी गांव में एक सड़क हादसे में व्यक्ति की मौत के बाद गरमाया। नाराज परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए सड़क जाम कर दिया था, जिसके बाद पुलिस ने करीब 40 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। इनमें पीड़ित युवक नरेंद्र मिश्रा भी शामिल था।
मऊगंज के एडिशनल एसपी अनुराग पांडे ने बताया कि मामले की जांच निष्पक्ष रूप से की जा रही है और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।