आज भास्कर, जबलपुर। विक्टोरिया जिला अस्पताल में जटिल अस्थि (हड्डी) रोगों से पीड़ित मरीजों के लिए बेहतर उपचार उपलब्ध कराने की योजना बनाई गई है। इस अस्पताल में एक सुपर स्पेशलिटी आर्थो सेंटर का निर्माण किया जाएगा, जहां मरीजों को जोड़ प्रतिस्थापन (ज्वाइंट रिप्लेसमेंट) की सुविधा प्राप्त होगी। अस्पताल में कूल्हा एवं घुटना प्रत्यारोपण भी संभव होगा। इसके लिए शल्य क्रिया कक्ष (ऑपरेशन थिएटर) को आधुनिक बनाने का कार्य तेजी से जारी है, और कुशल एवं विशेषज्ञ चिकित्सकों का दल तैयार किया जा रहा है।
नि:शुल्क उपचार की सुविधा
सेंटर बनने के बाद पीड़ितों को नि:शुल्क उपचार मिलेगा, जो निजी अस्पतालों में उपलब्ध नहीं होता है। इस प्रकार के जटिल ऑपरेशनों के लिए निजी अस्पतालों में दो लाख रुपये से अधिक शुल्क लिया जाता है।प्रारंभिक कार्ययोजना तैयार
स्वास्थ्य विभाग से स्वीकृति मिलते ही सुपर स्पेशलिटी आर्थो सेंटर का काम शुरू कर दिया जाएगा। यह प्रदेश का पहला जिला स्तरीय सरकारी अस्पताल होगा, जहां इस प्रकार का केंद्र होगा। अस्थि रोग विभाग के लिए पृथक शल्य क्रिया कक्ष (ओटी) का भी उन्नयन किया जा रहा है, ताकि मरीजों को बेहतर सेवाएं मिल सकें।विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम तैयार
अस्पताल के हड्डी रोग विभाग के डॉ. अमितेश चतुर्वेदी और डॉ. सुनील पटेल जैसे अनुभवी ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जन इस सेंटर का संचालन करेंगे। उनकी टीम ने पिछले साल एक मरीज का सफल कूल्हा (हिप) प्रत्यारोपण किया था, जो मध्य प्रदेश के किसी सरकारी जिला अस्पताल में पहली बार हुआ था। इसके बाद आधुनिक आर्थो सेंटर बनाने की दिशा में प्रयास तेज हुए।
लाभ: आयुष्मान योजना में पंजीकरण की कोशिश
अस्पताल प्रशासन इसे आयुष्मान योजना में पंजीकृत कराने के प्रयास में है, ताकि मरीजों पर इम्प्लांट का आर्थिक भार न पड़े। साथ ही, अस्पताल में रियायती दर पर सीटी स्कैन जैसी जांच सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं।"कूल्हा एवं घुटना प्रत्यारोपण सुविधा आरंभ करने की कार्ययोजना तैयार कर रहे हैं। इसे स्वीकृति के लिए शासन को भेजा जाएगा।" डा. मनीष मिश्रा, सिविल सर्जन, विक्टोरिया जिला अस्पताल