अक्षत के वकीलों ने बीच-बचाव कर उन्हें बचाया, लेकिन तब भी उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई।
वहीं, अगले दिन 28 सितंबर को वकील योगेंद्र गोलन दास ने भी अक्षत निगम के खिलाफ ओमती थाने में काउंटर FIR दर्ज करवाई। योगेंद्र ने आरोप लगाया कि अक्षत ने न्यायालय परिसर में अपनी पत्नी पूनम निगम के साथ गाली-गलौज और अभद्र व्यवहार किया। जब योगेंद्र ने उसे ऐसा करने से रोका, तो अक्षत ने उनका हाथ मरोड़ दिया और उन्हें पीटा।
दोनों पक्षों द्वारा एक-दूसरे के खिलाफ FIR दर्ज कराए जाने के बाद पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।