प्रभारी रेंजर वन्य जीव मदन मोरे ने बताया कि अजगर को ग्रामीणों की निशानदेही पर तलाश किया और सर्च लाइट में ही रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। अजगर ने बकरी का बच्चा निगल लिया था, ऐसे में वह गुस्से से भरा हुआ था। दल के एक सदस्य ने उसकी पूंछ को काबू किया और उसके बाद अन्य सदस्य ने उसके मुंह से उसे पकड़ लिया। एक बडे़ डिब्बे में अजगर को मुख्यालय लाया गया। अभी उसे मुख्यालय पर ही रखा गया है।आज शनिवार को उसका मेडिकल कराया जाएगा। प्रभारी रेंजर वन्य जीव मदन मोरे ने बताया कि देखने पर अगर इंडियन राक पायथन प्रजाति का दिखाई दे रहा है और अभी जवान है। अभी उसका वजन, लंबाई के साथ ही उसके नर-मादा होने की पुष्टि पशु चिकित्सक द्वारा कराई जानी है। स्वास्थ्य परीक्षण के बाद उसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा।
प्रभारी रेंजर वन्य जीव मदन मोरे ने बताया कि अजगर को ग्रामीणों की निशानदेही पर तलाश किया और सर्च लाइट में ही रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। अजगर ने बकरी का बच्चा निगल लिया था, ऐसे में वह गुस्से से भरा हुआ था। दल के एक सदस्य ने उसकी पूंछ को काबू किया और उसके बाद अन्य सदस्य ने उसके मुंह से उसे पकड़ लिया। एक बडे़ डिब्बे में अजगर को मुख्यालय लाया गया। अभी उसे मुख्यालय पर ही रखा गया है।आज शनिवार को उसका मेडिकल कराया जाएगा। प्रभारी रेंजर वन्य जीव मदन मोरे ने बताया कि देखने पर अगर इंडियन राक पायथन प्रजाति का दिखाई दे रहा है और अभी जवान है। अभी उसका वजन, लंबाई के साथ ही उसके नर-मादा होने की पुष्टि पशु चिकित्सक द्वारा कराई जानी है। स्वास्थ्य परीक्षण के बाद उसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा।