आज भास्कर,भोपाल: जनसंपर्क विभाग की असिस्टेंट डायरेक्टर और पंचायत एवं ग्रामीण विकास की पीआरओ पूजा थापक ने 9 जुलाई को अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में पुलिस ने 16 जुलाई को दहेज मृत्यु, खुदकुशी के लिए मजबूर करने और प्रताड़ित करने की धाराओं में केस दर्ज किया था। तब से आरोपी निखिल दुबे और उसकी मां आशा दुबे फरार थे। पुलिस ने तकनीकी जांच के आधार पर निखिल को दिल्ली से गिरफ्तार किया, जहां वह अपने एक दोस्त के घर छिपा हुआ था।
एसीपी दीपक नायक ने बताया कि निखिल ने गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में बताया कि पूजा की मौत की पुष्टि के बाद ही वह भोपाल छोड़ चुका था, क्योंकि उसे पता था कि पूजा के मायके वाले उसके खिलाफ केस दर्ज कराएंगे। निखिल की मां आशा दुबे की तलाश अभी भी जारी है, और पुलिस उनकी संपत्ति का ब्योरा तैयार कर रही है।
इस केस के तहत 28 जुलाई को कोर्ट में फरारी पंचनामा पेश किया गया था, और कोर्ट ने गिरफ्तारी के लिए 30 दिन का समय दिया था। निखिल की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस उसकी मां की संपत्ति का ब्योरा तैयार कर रही है, और अगर 28 अगस्त तक आशा दुबे की गिरफ्तारी नहीं होती है, तो कोर्ट उनकी संपत्तियों को कुर्क करने के आदेश दे सकता है।
पूजा और निखिल की शादी दो साल पहले ग्वालियर में हुई थी और उनका एक साल का बेटा है। पूजा के परिजनों का आरोप है कि शादी के समय 40-45 लाख रुपये खर्च किए गए थे और दहेज के रूप में इंदौर में एक फ्लैट भी दिलाया गया था। इसके बाद भी भोपाल में प्लॉट की मांग की जा रही थी। इस मामले में विवाद बढ़ने पर एक बार पति-पत्नी की काउंसिलिंग भी कराई जा चुकी थी