आज भास्कर, भोपाल । मप्र में औद्योगिक विकास के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का सबसे अधिक फोकस है। इसकी वजह यह है कि प्रदेश में औद्योगिक विकास से बेरोजगारी की समस्या कम होगी। इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री की पहल पर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है। वहीं एमपीआईडीसी यानी मप्र इंडस्ट्री डेवलपमेंट कार्पोरेशन मतलब औद्योगिक विकास केंद्र के मुख्य कार्यालय के अनुसार 2 दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट अगले साल इंदौर की बजाय 2025 में 7 और 8 फरवरी को भोपाल में होगी।पिछले 18 सालों में ऐसा दूसरी बार होने जा रहा है कि मध्यप्रदेश की ग्लोबल इन्वेस्टर समिट इंदौर से बाहर होने जा रही है। पहली बार इन्वेस्टर समिट इंदौर से बाहर खजुराहो में साल 2010 में 22-23 अक्टूबर को हुई थी। अब दूसरी बार मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में होने जा रही है।
आज भास्कर, भोपाल । मप्र में औद्योगिक विकास के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का सबसे अधिक फोकस है। इसकी वजह यह है कि प्रदेश में औद्योगिक विकास से बेरोजगारी की समस्या कम होगी। इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री की पहल पर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है। वहीं एमपीआईडीसी यानी मप्र इंडस्ट्री डेवलपमेंट कार्पोरेशन मतलब औद्योगिक विकास केंद्र के मुख्य कार्यालय के अनुसार 2 दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट अगले साल इंदौर की बजाय 2025 में 7 और 8 फरवरी को भोपाल में होगी।पिछले 18 सालों में ऐसा दूसरी बार होने जा रहा है कि मध्यप्रदेश की ग्लोबल इन्वेस्टर समिट इंदौर से बाहर होने जा रही है। पहली बार इन्वेस्टर समिट इंदौर से बाहर खजुराहो में साल 2010 में 22-23 अक्टूबर को हुई थी। अब दूसरी बार मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में होने जा रही है।