न्यूयार्क । अमेरिका से आई ताजा रिपोर्ट में बताया गया है कि ओपनएआई का एआई टूल चैटजीपीटी हर घंटे 5 लाख किलोवॉट बिजली यूज कर रहा है। यह घरों की तुलना में 17 हजार गुना अधिक है। आप में से भी कई लोग हैं, जो ओपन एआई के एआई टूल चैटजीपीटी का इस्तेमाल करते है। लेकिन, क्या आपको पता है कि ये एआई टूल दुनिया में बिजली संकट का कारण बन सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, ओपनएआई का एआई टूल चैटजीपीटी हर घंटे 5 लाख किलोवॉट बिजली की खपत कर रहा है। औसत निकाला जाए तब रोजाना चैटजीपीटी अमेरिकी घरों की तुलना में 17 हजार गुना अधिक बिजली की खपत कर रहा है। यह खपत 20 करोड़ यूजर्स के आवेदन पर हो रही है। अगर यह आंकड़ा बढ़ता है, तब बिजली की खपत भी खुद ब खुद बढ़ जाएगी। डाटा वैज्ञानिक एलेक्स डी व्रीज ने बताया कि गूगल हर सर्च में जनरेटिव एआई को शामिल करता है। व्रीज ने बताया कि यह साल में लगभग 29 बिलियन किलोवाट प्रति घंटे की खपत कर सकता है, जो केन्या, ग्वाटेमाला और क्रोएशिया जैसे देशों की वार्षिक बिजली खपत को पार कर जाएगा।
Wednesday, March 13, 2024
बिजली संकट का कारण बनेगा एआई टूल चैटजीपीटी
न्यूयार्क । अमेरिका से आई ताजा रिपोर्ट में बताया गया है कि ओपनएआई का एआई टूल चैटजीपीटी हर घंटे 5 लाख किलोवॉट बिजली यूज कर रहा है। यह घरों की तुलना में 17 हजार गुना अधिक है। आप में से भी कई लोग हैं, जो ओपन एआई के एआई टूल चैटजीपीटी का इस्तेमाल करते है। लेकिन, क्या आपको पता है कि ये एआई टूल दुनिया में बिजली संकट का कारण बन सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, ओपनएआई का एआई टूल चैटजीपीटी हर घंटे 5 लाख किलोवॉट बिजली की खपत कर रहा है। औसत निकाला जाए तब रोजाना चैटजीपीटी अमेरिकी घरों की तुलना में 17 हजार गुना अधिक बिजली की खपत कर रहा है। यह खपत 20 करोड़ यूजर्स के आवेदन पर हो रही है। अगर यह आंकड़ा बढ़ता है, तब बिजली की खपत भी खुद ब खुद बढ़ जाएगी। डाटा वैज्ञानिक एलेक्स डी व्रीज ने बताया कि गूगल हर सर्च में जनरेटिव एआई को शामिल करता है। व्रीज ने बताया कि यह साल में लगभग 29 बिलियन किलोवाट प्रति घंटे की खपत कर सकता है, जो केन्या, ग्वाटेमाला और क्रोएशिया जैसे देशों की वार्षिक बिजली खपत को पार कर जाएगा।