नई दिल्ली । रूस-यूक्रेन के बीच चल रही जंग में एक भारतीय की मौत की खबर है। भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी है। मृतक हैदराबाद का रहने वाला था। बताया जा रहा है कि वह रूस घूमने गया था। लेकिन उसे उसके एजेंट ने धोखे से रूसी सेना में हेल्पर के तौर पर भर्ती करा दिया। फिर शख्स को यूक्रेन के खिलाफ जंग लड़ने के लिए मजबूर किया गया। जंग लड़ने के दौरान उसकी मौत हो गई।
इससे पहले रूस में 7 भारतीयों की गिरफ्तारी की खबर भी आई।30 वर्षीय मोहम्मद असफान ने रूसी सेना के लिए काम करते हुए अपनी जान गंवाई। एजेंट ने कथित रूप से अन्य लोगों के साथ असफान को भी सहायक के रूप में जंग लड़ने के लिए मजबूर किया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, मोहम्मद असफान के परिवार ने उसे रूस से वापस लाने में मदद के लिए एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी से संपर्क किया। हालांकि, जब एआईएमआईएम ने मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास से संपर्क किया, तो अधिकारियों ने पुष्टि की कि असफान की मौत हो गई है।
कई अन्य लोगों के साथ असफान को कथित तौर पर एजेंटों द्वारा गुमराह किया गया था, जिन्होंने उन्हें युद्ध में रूसी सेना की सहायता के लिए सहायक के रूप में भर्ती किया था।
हैदराबाद के असफान की मौत गुजरात के एक 23 वर्षीय भारतीय व्यक्ति सूरत के हामिल मंगुकिया की रूस में मौत के कुछ हफ्तों बाद हुई है, जो यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध के दौरान रूसी सेना के साथ सहायक के रूप में काम कर रहा था।
कई अन्य लोगों के साथ असफान को कथित तौर पर एजेंटों द्वारा गुमराह किया गया था, जिन्होंने उन्हें युद्ध में रूसी सेना की सहायता के लिए सहायक के रूप में भर्ती किया था।
हैदराबाद के असफान की मौत गुजरात के एक 23 वर्षीय भारतीय व्यक्ति सूरत के हामिल मंगुकिया की रूस में मौत के कुछ हफ्तों बाद हुई है, जो यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध के दौरान रूसी सेना के साथ सहायक के रूप में काम कर रहा था।