ग्रामोदय महोत्सव का चौथा दिन - Aajbhaskar

खबरे

Sunday, February 11, 2024

ग्रामोदय महोत्सव का चौथा दिन


  • ग्रामोदय महोत्सव का चौथा दिन
  • एलुमनी मीट में पुरा छात्र छात्राओं से सतत जुड़ाव और प्लेसमेंट उन्नयन पर हुआ विचार विमर्श
  • कबड्डी,क्रिकेट, बैडमिंटन, गायन, नृत्य, अभिनय प्रतियोगिता संपन्न हुई


आज भास्कर  : महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय परिसर में चल रहे ग्रामोदय महोत्सव के चौथे दिन एलुमिनी मीट में पूर्व छात्र-छात्राओं ने ग्रामोदय विश्वविद्यालय के कम एंड रिकनेक्ट अभियान से जुड़ कर अपेक्षित सहयोग करने का संकल्प लिया। कुलपति प्रो भरत मिश्रा की अध्यक्षता में संपन्न एलुमिनी मीट में पुरा छात्र-छात्राओं ने ग्रामोदय विश्वविद्यालय के सतत विकास एवं प्लेसमेंट उन्नयन के संबंध में अनेक सुझाव दिए। इस अवसर पर कुलपति प्रो भरत मिश्रा ने पुरा छात्र-छात्राओं को आश्वासन दिया कि ग्रामोदय विश्वविद्यालय अपने पूर्व छात्र-छात्राओं से सतत जुड़ाव के लिए सोशल मीडिया के प्लेटफार्म का भी उपयोग करेगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि पूर्व छात्र-छात्राओं की प्रतिभा, कौशल और संबंधों का लाभ इस विश्वविद्यालय को मिलेगा। कुलपति प्रो भरत मिश्रा ने पुरा छात्र छात्राओं से सतत संपर्क, समन्वयन, विचार विमर्श और अगले वर्ष की कार्य योजना बनाने के लिए ग्रामोदय विश्वविद्यालय की ओर से डॉ सूर्य प्रकाश शुक्ला और डॉ अनिल अग्रवाल को नामित किया।

रजत जयंती भवन में आयोजित एलुमनी मीट का प्रारंभ पूर्व छात्र-छात्राओं के आत्मीय स्वागत एवं वैशिष्ट्य परिचय के साथ हुआ। पूर्व छात्र डॉ श्रीराम मिश्रा ने अपने अध्ययन काल के स्मरण को साझा करते हुए कहा कि प्रारंभिक दिनों में हम लोगों की पढ़ाई के दौरान विश्वविद्यालय भवन निर्माण के लिए आने वाली ईट और पत्थर पर बैठकर पढ़ना पड़ता था। प्रसन्नता का विषय है कि अब ग्रामोदय विश्वविद्यालय आधुनिक सुख सुविधाओं से सुसज्जित है। नवीन तकनीक से युक्त लैब ,पुस्तकालय स्मार्ट क्लास रूम,खेल व जिम इत्यादि सब कुछ उपलब्ध है।

पूर्व छात्र-छात्राओं की ओर से अपने प्रतिनिधि वक्तव्य में डॉ श्रीराम मिश्रा ने कहा कि पुरा छात्र किसी भी शैक्षणिक संस्था का परमानेंट एसेट होता है। स्टाफ तो अधिवार्षिकी आयु पूरी करने के बाद रिटायर हो जाता है। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय से एक लाख से भी अधिक रेगुलर पाठ्यक्रम के विद्यार्थी पढ़कर जा चुके हैं। पुरा छात्र-छात्राओं यह समूह ग्रामोदय विश्वविद्यालय के लिए स्थाई स्तंभ है । इन्हें जोड़ कर ग्रामोदय विश्वविद्यालय इसका लाभ

ले सकता है। उन्होंने कहा कि पुरा छात्र छात्राएं अपने विश्वविद्यालय से पुनः जुड़ने में अपना गौरव महसूस करेगी। इस अवसर पर श्रीमती डॉ राधा मिश्रा, उत्तम कुमार त्रिपाठी, वीरेंद्र कुमार प्रजापति, डॉ अशोक कुमार तिवारी, डॉ आशुतोष तिवारी, डॉ विजय त्रिपाठी और अलका शर्मा आदि ने भी अपने विचारों के माध्यम से पुरा छात्र-छात्राओं के संभावित योगदान को रेखांकित किया। विचार मंथन के इस कार्यक्रम में ग्रामीण विकास एवम व्यवसाय प्रबंधन संकाय के अधिष्ठाता प्रो अमर जीत सिंह, अभियांत्रिकी संकाय के अधिष्ठाता डॉ आञ्जनेय पांडेय, डॉ अनिल अग्रवाल, डॉ रविकांत श्रीवास्तव, प्रो घनश्याम गुप्ता, डॉ रवि चौरे, डॉ गोविंद सिंह, डॉ देव रस पांडेय आदि ने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम संचालन और धन्यवाद ज्ञापन एलुमिनी मीट के संयोजक डॉक्टर ललित कुमार सिंह ने किया।

ग्रामोदय महोत्सव के चौथे दिन के कार्यक्रम में खेल परिसर में कबड्डी, क्रिकेट, बैडमिंटन प्रतियोगिता संपन्न हुई। संयोजन डॉ विनोद कुमार सिंह ने किया। इसी श्रृंखला में विवेकानंद सभागार में गायन, नृत्य और अभिनय प्रतियोगिता आयोजित हुई। संयोजन डॉ आर के पांडेय ने किया। सम्पूर्ण कार्यक्रम का मुख्य सम्मन्वयन ग्रामोदय महोत्सव के संयोजक प्रो नंद लाल मिश्रा अधिष्ठाता कला संकाय ने किया। इन कार्यक्रमों में ग्रामोदय विश्वविद्यालय के शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी, शोधार्थी और छात्र छात्राओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया।