कोलकाता: कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के 12 घंटे से भी कम समय के भीतर, पश्चिम बंगाल पुलिस ने 5 जनवरी को उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में ईडी और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के कर्मियों पर हमले के आरोपी मास्टरमाइंड फरार तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां के आवास के सामने कई सीसीटीवी लगाए हैं।
इस मामले में न्यायमूर्ति जय सेनगुप्ता की एकल पीठ ने मंगलवार दोपहर आदेश दिया था। बुधवार सुबह 10 बजे तक शाहजहां के आवास के सामने एक मॉनिटर के साथ तीन सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। अब राजनीतिक हलकों में यह सवाल उठने लगे हैं कि इस मामले में अदालत की नाराजगी झेलने के बाद ही पुलिस ने यह कदम क्यों उठाया
शहर पुलिस के सूत्रों ने कहा कि अदालत के निर्देश के अनुसार तीनों सीसीटीवी कैमरों के फुटेज भी भविष्य की जांच के उद्देश्य से आरक्षित रखे जाएंगे। इस बीच, ईडी ने अपने अधिकारियों के साथ-साथ उनके साथ आए सीएपीएफ कर्मियों पर हमले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच की मांग की है। मामले में विस्तृत सुनवाई मंगलवार को न्यायमूर्ति सेनगुप्ता की पीठ में पूरी हो चुकी है और बुधवार को मामले में अंतिम आदेश आने की उम्मीद है।
इस बीच, ईडी और सीएपीएफ अधिकारियों पर हमले के 12 दिन बाद भी शेख शाहजहां लगातार फरार है। मंगलवार को, उसके वकील ने कलकत्ता उच्च न्यायालय से उस मामले में एक पक्ष बनने की अनुमति मांगी, जहां ईडी ने सीबीआई जांच की मांग की थी। हालांकि, बुधवार को ही उनके वकील ने याचिका वापस भी ले ली। न्यायमूर्ति सेनगुप्ता ने अपने वकील को निर्देश दिया कि वह अपने मुवक्किल को आत्मसमर्पण करने के लिए कहें।