नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने रोजगार और बेरोजगारी के स्तर को लेकर केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के नौ साल के कार्यकाल में देश में बेरोजगारी दर पिछले पांच दशक में सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बयानों और बेरोजगारी के स्तर को लेकर उपलब्ध आंकड़ों के आधार पर यह दावा किया है। मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेस के दौरान आप प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने झारखंड में पीएम मोदी की 2014 में एक जनसभा में दिए भाषण को लेकर कहा कि उस समय उन्होंने झारखंड की महिलाओं की दुर्दशा, युवाओं में व्याप्त बेरोजगारी और उनकी महानगरों में स्थिति का जिक्र करते हुए चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था कि बीजेपी की सरकार बनी तो वो झारखंड में ही रोजगार के अवसर पैदा करेंगे। ताकि यहां की महिलाओं व अकुशल श्रमिकों को दूसरे शहरों जाकर रहने के की जलालत न झेलनी पड़े।
प्रिंयका कक्कड़ ने मोदी सरकार के नौ साल के कार्यकाल के दौरान स्थिति सुधरने के बजाय और ज्यादा खराब हुए हैं। उन्होंने कहा कि 2023 में दिल्ली में टैक्सी ड्राइवर, पनवारी की दुकान या घर में वर्तन मांजने वाली माताओं और बहने आज भी राजधानी से बाहर के ही हैं। मोदी सरकार ने साल 2014 में मेक इन इंडिया योजना की शुरुआत की थी। इस योजना पर 450 करोड़ का खर्च भी किया। इसके पीछे मोदी सरकार ने दो मकसद तय किए थे। पहला साल 2022 तक मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर का जीडीपी में योगदान 25 प्रतिशत तक पहुंचाना। 10 करोड़ जॉब्स पैदा करना। प्रियंका कक्कड़ ने सवाल उठाते हुए पूछा कि साल 2014 में मैन्यूपफक्चरिंग सेक्टर का जीडीपी में 17 फीसदी योगदान था। साल 2019 में घटकर 13.6 प्रतिशत हो गया। साल 2022 में यह और घटकर 13.32 प्रतिशत रह गया। यह दिखाता है कि हमारे देश में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर भारी संकट में है। उन्होंने कहा कि मोदी राज में जितना योगदान मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का जीडीपी में योगदान है, उतना योगदान तो 1970 में भी था। साफ है कि मोदी सरकार के कार्यकल में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का योगदान पिछले पांच दशक में सबसे कम है।