इजरायली सेना ने कहा है कि मध्य गाजा में एक हमले में 10 सैनिक मारे गए हैं। इजरायली मीडिया का कहना है कि सैनिक सोमवार को मध्य गाजा में दो घरों को ध्वस्त करने के लिए विस्फोटक तैयार कर रहे थे, तभी एक आतंकवादी ने पास के एक टैंक पर रॉकेट चालित ग्रेनेड दागा। जिसकी वजह से हुए विस्फोट में इजरायली सेना के 10 सैनिक मारे गए।
इजरायल के चैनल 13 का कहना है कि मरने वालों की संख्या और भी अधिक है, और नामों की घोषणा की जाएगी। बता दें कि यह हमास के खिलाफ तीन महीने के युद्ध में सबसे घातक घटनाओं में से एक है, जो आतंकवादी समूह के 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमले के बाद शुरू हुआ था।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने तब तक आगे बढ़ने की कसम खाई है, जब तक कि इजरायल सत्तारूढ़ हमास आतंकवादी समूह को कुचल नहीं देता और गाजा में बंदी बनाए गए 100 से अधिक बंधकों की रिहाई नहीं कर लेता। वहीं, इस्राइली इस सवाल पर बंटे हुए हैं कि क्या ऐसा करना संभव है।
बंधकों के परिवारों और उनके कई समर्थकों ने इजरायल से संघर्ष विराम समझौते पर पहुंचने का आह्वान करते हुए कहा है कि बंधकों को जीवित घर वापस लाने का समय समाप्त होता जा रहा है। सोमवार को दर्जनों बंधकों के रिश्तेदारों ने अपने प्रियजनों की रिहाई के लिए समझौते की मांग करते हुए संसदीय समिति की बैठक पर धावा बोल दिया।
सोमवार को हुई भारी मौतों से इजरायल द्वारा हमले को रोकने या यहां तक कि इसे पूरी तरह से बंद करने के आह्वान को नई गति मिल सकती है। बड़ी संख्या में इजरायली हताहतों की संख्या ने इजरायल सरकार पर पिछले सैन्य अभियानों को रोकने का दबाव डाला है।
हमास द्वारा संचालित क्षेत्र के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, हमले ने व्यापक विनाश किया है, गाजा की अनुमानित 85 प्रतिशत आबादी विस्थापित हो गई है और 25,000 से अधिक फलिस्तीनी मारे गए हैं। संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय सहायता एजेंसियों का कहना है कि लड़ाई ने एक मानवीय आपदा ला दी है, जिससे क्षेत्र के 2.3 मिलियन लोगों में से एक चौथाई लोग भुखमरी का सामना कर रहे हैं।