नवरात्रि पर्व में अंधेरे एवं अव्यवस्थाओ के कारण नर्मदा मैया के ग्वारीघाट में श्रद्धालूगण परेशानियों से जूझ रहे हैं
आज भास्कर : आदिशक्ति मां जगतजननी की आराधना का पर्व शारदेय नवरात्र प्रारंभ हो चुका है जिसका आज पांचवा दिन है सभी मठ मंदिरों की रंगाई पुताई हो चुकी है घटो की स्थापना हो चुकी हैं अधिकतर स्थानों पर पंडालों के माध्यम से प्रतिमाएं स्थापित हो गई हैं पर नगर निगम एवं जिम्मेवार मौन हैं मोहर्रम में तो चलो महापौर जगत बहादुर सिंग-अन्नू- ने सभी अधिकारियों को निर्देशित कर दिया था सफाई एवं प्रकाश व्यवस्था दुरुस्त होनी चाहिए कंही कोई चूक बर्दाश्त नही होगी पर अभी भैया का मौन व्रत चल रहा है इसलिए हमारे इस मूल त्यौहार पर किसी का ध्यान नही है इस अंधकार पर प्रकाश के विजय उत्सव पर जगह जगह अंधकार है सफाई व्यवस्था चौपट है सड़कें खुदी हुई हैं सड़को पर मिट्टी-गिट्टी के पहाड़ रूपी ढेर बने हुए हैं संस्कारधानी के विभिन्न स्थानों पर तार झूल रहे हैं पर जिम्मेवारों एवं अधिकारियों को कोई फिक्र नही है सभी मौन हैं नगर निगम प्रशासन को इस ओर भी ध्यान देना चाहिए कि सुबह हमारी माताएं बहनें ब्रह्ममुहूर्त में जल ढारने देवालयों पर जाती हैं उनको कई स्थानों पर अंधेरे का सामना करना पड़ रहा है
प्रशासनिक स्तर पर जो व्यवथायें होनी चाहिए वह अभी तक पूर्णतः नदारद हैं सुअरों का आतंक चरम पर है जिनको हम शहर के बाहर करने की बात कर रहे थे पर खबरदार ऐसा नही होगा अगर यथाशीघ्र प्रकाश एवं सफाई व्यवथायें दुरुस्त नही करी गई तो आगे जो भी घटनाक्रम होगा आंदोलन होगा उसका जिम्मेदार नगर निगम प्रशासन होगा क्योंकि हमारी सदियों से चली आ रही संस्कृति परम्पराओं और आस्था का सम्मान प्रसासन को भी श्रद्धा भाव से करना चाहिए अपने आपको आध्यात्मिक प्रदर्शित करना और होना दोनों अलग बात है अपनी जिम्मेदारीयों का निर्वहन पूरे मनोयोग कर्मठता से करने की आवयस्कता है