कोयला खदान मजदूर संघ ने दी 72 घंटे की हड़ताल की चेतावनी
आज भास्कर, जबलपुर : वर्तमान समय में ऊर्जा के स्रोत की रीड की हड्डी कोयला उद्योग ही है। और कोयला उद्योग की रीड की हड्डी है कोयला खदानों में काम करने वाले मजदूर। कोयला खदानों का प्रबंधन, उत्पादन के साथ-साथ मजदूरों के ऊपर नियंत्रण रखते हुए, उनसे कम लेने वाले अधिकारी, आज मजदूरों की ही वेतन वृद्धि के विरोध में आ गए हैं। मजदूरों के हितों से जुड़ा और वेतन वृद्धि से संबंधित वह प्रस्ताव जो माना जा चुका है। उसके विरोध में न्यायालय में भ्रामक तथ्य प्रस्तुत करके वेतन वृद्धि को रोकने का प्रयास किया जा रहा है। यदि अधिकारी इस तरह के प्रयासों से बाज नहीं आए। तो कोयला खदान मजदूर संघ इस बात का पुरजोर विरोध करेगा। इतना ही नहीं आगामी 5,6,7 अक्टूबर को काम बंद हड़ताल करेगा। और इस हड़ताल से जो भी नुकसान होगा। उसकी जिम्मेदारी अधिकारियों की होगी। यह चेतावनी दी है, कोयला खदान मजदूर संघ ने। एक पत्रकार वार्ता के माध्यम से उन्होंने जानकारी दी, कि अधिकारी मजदूरों के हित के खिलाफ कम कर रहे हैं,उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए।