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आज भास्कर, जबलपुर : वेदान्त दर्शन के अनुसार रजत श्री गणेश विग्रह का पूजन अर्चन, सहस्त्रार्चन, आरती करने एवं भोग लगाने पर अनेकों यज्ञ से भी अधिक पुण्य लाभ अर्जित होता है। रिद्धी सिद्धी स्वमेव आतीं हैं। लक्ष्मी जी आपके घर पर कैसे विराजमान रहें , यह बुद्धि भगवान गणेश ही देते हैं। बुद्धि के अभाव में लक्ष्मी जी ठहर नहीं सकतीं। इसीलिए सनातन धर्म के भक्त वत्सलों द्वारा रजत गणेश मंदिर में आकर रजत विग्रह का पूजन अर्चन, सहस्त्रार्चन, आरती करने से हमारे जीवन आने वाले कस्तो का हरण होता है
दोहा -
संस्थापक पंडित प्रमोद जी महाराज
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