- निजी मशीनों को दिया जा रहा है काम
पिछले वर्षों में वर्कशॉप में रखे रखे यह मशीन कबाड़ हो गई है।पुलों के गुणवत्ता की जांच निजी एजेंसी की मशीनों से कराई जा रही है।इसके लिए लाखों रुपए का भुगतान उन्हें किया जा रहा है। भोपाल में 10 से अधिक ऐसे बड़े ब्रिज हैं। जिनकी जांच नियमानुसार समय-समय पर होनी चाहिए। विभागीय मशीन खराब होने के कारण निजी एजेंसियों की मशीनों से यह काम कराया जा रहा है। जिसमें लाखों रुपए का वारा-न्यारा होता है।