आज भास्कर, जबलपुर गुरुवार/ नगर के सिख समाज ने मृत्यु भोज बंद करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही अब यह परंपरा समाप्त हो जाएगी। मदनमहल स्थित गुरुद्वारा प्रेमनगरसाहिब में सामूहिक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें नगर के समस्त गुरुद्वारों, धार्मिक, सामाजिक और शैक्षणिक संस्थाओं के प्रधानगण और पदाधिकारी शामिल हुए । यहां समाजहित में सामाजिक बुराई बताते हुए सर्वसम्मति
से मृत्युभोज को बंद करने का निर्णय लिया गया। समाज से सहयोग की अपील की गई है।
प्रधानसाहब मंजीत सिंह ननडा, सचिव सुरिंदर सिंह एवं समिति ने अपस्थितों के प्रति आभार प्रकट किया।
ज्ञात हो कि आज से चार दशक पूर्व 1986 में जबलपुर सिख संगत ने फिजूलखर्ची और अन्य बुराइयों के मद्देनजर रात में होने वाले विवाह आयोजनों पर सामाजिक रोक लगा दी थी।
प्रणामस्वरूप तब से लेकर आज तक विवाह आयोजन गुरुद्वारों में दिन में ही संपन्न होते आ रहे हैं ।
इससे अनावश्यक खर्चों और दिखावे की होड़ में बहुत बड़ी कमी आई है। समाज ने स्वस्फूर्त कड़ाई से पालन किया है। जिससे बड़ी सफलता मिली।
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भोगल समाचार सेवा