नई दिल्ली । चीन चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर इंसानी बेस बनाने जा रहे हैं। लूनर बेस कहिए या मून बेस। चाइना नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन यानी चीन की स्पेस एजेंसी ने अपना प्लान जगजाहिर कर दिया है। चीन ने बताया कि उनका मून बेस दो हिस्सों में बनेगा। पहले 2030 और दूसरा 2035। इस प्लान में रूस मदद कर रहा है। चीन और रूस मिलकर इंटरनेशनल लूनर रिसर्च स्टेशन बनाने जा रहे हैं। साल 2030 से 2035 के बीच पांच सुपर हैवीलिफ्ट रॉकेटों से सामान वगैरह पहुंचाए जाएंगे। वहां पर बेसिक रोबोटिक मून बेस बनाया जाएगा। लेकिन अब चीन इस प्रोजेक्ट में लीड ले चुका है। उसने हाल ही में अनहुई में हुए इंटरनेशनल डीप स्पेस एक्स्प्लोरेशन कॉन्फ्रेंस में अपना प्लान बताया।
Wednesday, September 18, 2024
नई दिल्ली । चीन चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर इंसानी बेस बनाने जा रहे हैं। लूनर बेस कहिए या मून बेस। चाइना नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन यानी चीन की स्पेस एजेंसी ने अपना प्लान जगजाहिर कर दिया है। चीन ने बताया कि उनका मून बेस दो हिस्सों में बनेगा। पहले 2030 और दूसरा 2035। इस प्लान में रूस मदद कर रहा है। चीन और रूस मिलकर इंटरनेशनल लूनर रिसर्च स्टेशन बनाने जा रहे हैं। साल 2030 से 2035 के बीच पांच सुपर हैवीलिफ्ट रॉकेटों से सामान वगैरह पहुंचाए जाएंगे। वहां पर बेसिक रोबोटिक मून बेस बनाया जाएगा। लेकिन अब चीन इस प्रोजेक्ट में लीड ले चुका है। उसने हाल ही में अनहुई में हुए इंटरनेशनल डीप स्पेस एक्स्प्लोरेशन कॉन्फ्रेंस में अपना प्लान बताया।