आज भास्कर, गुना : राघौगढ़ थाना क्षेत्र में एक डबल मर्डर की घटना सामने आई है। इस घटना में पिता-पुत्र की निर्मम हत्या की गई। शनिवार को पुलिस ने दोनों शव बरामद किए। मृतक प्रभुलाल केवट (80) और उनके पुत्र लक्ष्मीनारायण केवट (35) बकरी चराने के लिए घर से निकले थे लेकिन वापस नहीं लौटे। पुलिस को उनका शव शनिवार को आईटीआई राघौगढ़ के पीछे मक्का के खेत में मिला।
पुलिस ने बताया कि दोनों की हत्या पहचान छिपाने के उद्देश्य से की गई है। प्रभुलाल का शव दो फीट गहरे गड्ढे में मिट्टी से दबा हुआ मिला, जबकि लक्ष्मीनारायण का शव पास की झाड़ियों में दबाकर छिपाया गया था। पुलिस ने शक के आधार पर तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है।
घटना की जानकारी मिलने पर मृतकों के स्वजन और समाजजन आक्रोशित हो गए और उन्होंने रामनगर रोड पर चक्काजाम कर दिया। विरोध के चलते रविवार को राघौगढ़ बंद का आह्वान किया गया। महिलाओं ने भी नेशनल हाईवे-46 पर लेटकर विरोध किया, जिससे हाईवे पर दोनों तरफ जाम लग गया।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि यह मामला बकरी चोरी से जुड़ा है। घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों में एक चारपहिया वाहन नजर आया, जिसमें बकरियों को भरकर ले जाया गया था। पुलिस ने जांच के लिए खेत के चौकीदार से पूछताछ की, जिसने पहले पुलिस को गुमराह किया, लेकिन सख्ती करने पर उसने शवों की जानकारी दी।
पुलिस ने तीन संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है और मामले की जांच जारी है। घटना के बाद इलाके में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन सतर्क है।
घटना के बाद तहसीलदार गजेंद्रसिंह लोधी मृतकों के घर पहुंचे और अंत्येष्टि के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की। मृतक परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है और बकरी चराने और मजदूरी पर निर्भर था।
घटना के बाद राघौगढ़ में पुलिस के खिलाफ नारेबाजी हुई और कई दुकानों को बंद कर दिया गया। रविवार को भी बाजार बंद का आह्वान किया गया है। घटना के विरोध में नगर में जगह-जगह पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।