वलसाड | जिले के उमरगाम में गत 27 अगस्त को 3 साल की बच्ची से दुष्कर्म की घटना में वलसाड जिला पुलिस ने ऐतिहासिक कार्रवाई करते हुए महज 9 दिन में आरोपी गुलाम मुस्तफा के खिलाफ कोर्ट में 470 पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर दी| वलसाड जिला पुलिस ने यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास किए हैं कि आरोपी गुलाम मुस्तफा को मौत की सजा दी जाए और मामला अदालत में दैनिक आधार पर चले। बता दें कि 27 अगस्त 2024 को उमरगाम के बाहरी इलाके में एक प्रवासी परिवार की तीन साल की बच्ची के साथ बलात्कार किया गया था| लड़की के परिवार के एक परिचित और पड़ोसी, गुलाम मुस्तफा नामक विधर्मी ने लड़की के साथ बलात्कार किया और घटना के बाद फरार हो गया। वलसाड पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी गुलाम मुस्तफा को अपने मूल राज्य झारखंड भागने से पहले महज एक घंटे में महाराष्ट्र के पालघर के पास निकट ट्रेन में दबोच लिया| घटना के अगले दिन उमरगाम में इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों और हिंदू संगठनों में आक्रोश फैल गया और वे अपना गुस्सा निकालने के लिए सड़क पर उतर आये| वलसाड जिला पुलिस प्रमुख करणराज वाघेला ने जनता को मामले की युद्धस्तर पर जांच करने और आरोपियों के खिलाफ महज 15 दिन में कोर्ट में चार्ज शीट दाखिल करने का आश्वासन दिया| हालांकि जांच के लिए बनाई गई वलसाड जिला पुलिस के आला अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की विशेष जांच टीम ने इस मामले की जांच महज 9 दिनों में पूरी कर ली है और आरोपी गुलाम मुस्तफा के खिलाफ 470 पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी है| पुलिस ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि मामले की सुनवाई प्रतिदिन अदालत में की जाए और आरोपी गुलाम मुस्तफा को मौत की सजा जैसी अनुकरणीय सजा दी जाए। साथ ही इस मामले में POCSO कोर्ट ने पीड़ित बच्ची के परिवार को सरकारी योजना के तहत 25% रकम यानी ₹2,65,000 पांच दिन के अंदर देने का आदेश दिया| लोगों की मांग है कि इस तीन साल की बच्ची के साथ दरिंदगी करने वाले मासूम आरोपी गुलाम मुस्तफा को जल्द से जल्द मौत की सजा दी जाए|
Saturday, September 7, 2024
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3 साल की बच्ची से दुष्कर्म के मामले में आरोपी के खिलाफ ने 9 दिन में 470 पन्नों की चार्जशीट दाखिल
3 साल की बच्ची से दुष्कर्म के मामले में आरोपी के खिलाफ ने 9 दिन में 470 पन्नों की चार्जशीट दाखिल
वलसाड | जिले के उमरगाम में गत 27 अगस्त को 3 साल की बच्ची से दुष्कर्म की घटना में वलसाड जिला पुलिस ने ऐतिहासिक कार्रवाई करते हुए महज 9 दिन में आरोपी गुलाम मुस्तफा के खिलाफ कोर्ट में 470 पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर दी| वलसाड जिला पुलिस ने यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास किए हैं कि आरोपी गुलाम मुस्तफा को मौत की सजा दी जाए और मामला अदालत में दैनिक आधार पर चले। बता दें कि 27 अगस्त 2024 को उमरगाम के बाहरी इलाके में एक प्रवासी परिवार की तीन साल की बच्ची के साथ बलात्कार किया गया था| लड़की के परिवार के एक परिचित और पड़ोसी, गुलाम मुस्तफा नामक विधर्मी ने लड़की के साथ बलात्कार किया और घटना के बाद फरार हो गया। वलसाड पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी गुलाम मुस्तफा को अपने मूल राज्य झारखंड भागने से पहले महज एक घंटे में महाराष्ट्र के पालघर के पास निकट ट्रेन में दबोच लिया| घटना के अगले दिन उमरगाम में इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों और हिंदू संगठनों में आक्रोश फैल गया और वे अपना गुस्सा निकालने के लिए सड़क पर उतर आये| वलसाड जिला पुलिस प्रमुख करणराज वाघेला ने जनता को मामले की युद्धस्तर पर जांच करने और आरोपियों के खिलाफ महज 15 दिन में कोर्ट में चार्ज शीट दाखिल करने का आश्वासन दिया| हालांकि जांच के लिए बनाई गई वलसाड जिला पुलिस के आला अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की विशेष जांच टीम ने इस मामले की जांच महज 9 दिनों में पूरी कर ली है और आरोपी गुलाम मुस्तफा के खिलाफ 470 पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी है| पुलिस ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि मामले की सुनवाई प्रतिदिन अदालत में की जाए और आरोपी गुलाम मुस्तफा को मौत की सजा जैसी अनुकरणीय सजा दी जाए। साथ ही इस मामले में POCSO कोर्ट ने पीड़ित बच्ची के परिवार को सरकारी योजना के तहत 25% रकम यानी ₹2,65,000 पांच दिन के अंदर देने का आदेश दिया| लोगों की मांग है कि इस तीन साल की बच्ची के साथ दरिंदगी करने वाले मासूम आरोपी गुलाम मुस्तफा को जल्द से जल्द मौत की सजा दी जाए|