
जबलपुर/आज भास्कर : शहर की यह तस्वीर चौंका देने वाली है। शक्तिभवन रोड के पास कार वॉशिंग सेंटर्स में नगर निगम के पानी से धुलने वाली कारों को देखकर बाजू में प्यास से छटपटाते अशोक नगर, शक्ति नगर और रामपुर के लोग हैरान हैं। इनका कहना है कि नगर निगम की तरफ से उनके क्षेत्र में पर्याप्त पानी नहीं दिया जा रहा है और वॉशिंग सेंटरों में पानी की कमी नहीं होने दी जा रही है। दूसरी तरफ अन्य वॉशिंग सेंटरों की बात करें तो यहाँ पर भी पानी की बरबादी के नजारे सुबह से दिखने लगते हैं। रसल चौक हो या फिर मेडिकल व गढ़ा रोड, जहाँ कहीं भी सर्विस सेंटरों का संचालन हो रहा है, वहाँ पर नगर निगम का पानी बरबाद हो रहा है। कायदे से भीषण गर्मी को देखते हुए तमाम धुलाई सेंटर में पानी के अपव्यय को रोकने कड़े कदम उठाए जाने चाहिए, परंतु जबलपुर के जिम्मेदार विभाग और जनप्रतिनिधि गहरी नींद में सो रहे हैं, उन्हें जनता के हितों की परवाह नहीं रह गई है।
फैक्ट फाइल
- एक साधारण सर्विस सेंटर में कार की धुलाई पर 150 से 250 लीटर और दोपहिया वाहन धोने पर 60 से 90 लीटर पानी लगता है
- जिस तरह से वाहनों की संख्या बढ़ रही है, उसी अनुपात में उन्हें धोने के लिए पानी का खर्च भी बढ़ता जा रहा है
- एक दुकान में 12 से 20 बाइक तथा आधा दर्जन कारों को धोया जाता है
- भीषण गर्मी के मौसम में भी इन धुलाई सर्विस सेंटरों पर लाखों लीटर पानी रोज बरबाद हो रहा है
- नगर निगम ने इन धुलाई सेंटरों में न तो मीटर लगवाया है और न ही इनसे व्यावसायिक शुल्क वसूल किया जाता है