महापौर जगत बहादुर सिंह अन्‍नू बोले- संस्‍कारधानी जबलपुर का नाम होगा जाबालिपुरम - Aajbhaskar

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Thursday, March 7, 2024

महापौर जगत बहादुर सिंह अन्‍नू बोले- संस्‍कारधानी जबलपुर का नाम होगा जाबालिपुरम


आज भास्कर, जबलपुर। संस्‍कारधानी जबलपुर का नाम बदल जाएगा। जाबालिपुरम नामकरण करने के लिए जल्द मुख्‍यमंत्री डा मोहन यादव से आग्रह किया जाएगा। यह बात महापौर जगत बहादुर सिंह अन्‍नू ने कहीं। महापौर बोले- जल्‍दी ही जबलपुर का गौरव लौटेगा

जबलपुर का नाम पुन: जाबालिपुरम करने का प्रस्ताव पर भी बनी सहमति

एमआइसी की बैठक में जबलपुर का नाम जाबालिपुरम के नाम से करने की घोषणा भी की गई। बैठक में महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने कहा कि जबलपुर का कोई अर्थ नहीं है और यह भूमि मां नर्मदा के तट पर जाबालि ऋषि की तपोभूमि है। इसलिए जबलपुर का नाम जाबालिपुरम के नाम से जाना जाए।


संतों की अगुवाई एवं जनप्रतिनिधियों के नेतृत्व में भोपाल जाकर मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे

अन्नू ने बताया कि तत्कालीन महापौर सुशीला सिंह जी के कार्यकाल में पार्षद रहते उन्होंने लिखित रूप से प्रस्ताव भी दिया था। जिस प्रस्ताव पर तत्कालीन एमआइसी ने स्वीकृति प्रदान की थी, अब उसी को आधार मानकर पूज्य संतों की अगुवाई एवं जनप्रतिनिधियों के नेतृत्व में भोपाल जाकर मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे और जबलपुर शहर का नाम जाबालिऋषि मुनि के नाम से जाबालिपुरम घोषित करने की मांग करेंगे।

रेलवे स्टेशन, चौक-चौराहे और कुछ कस्बों के नाम में बदलाव

नगर निगम जबलपुर की मेयर काउंसिल की बैठक में यह फैसला लिया गया कि जबलपुर का नाम अब जाबालिपुरम होना चाहिए। इसकी घोषणा महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने बैठक में की। उन्होंने कहा कि जबलपुर का कोई अर्थ नहीं है और यह भूमि मां नर्मदा के तट पर जाबालि ऋषि की तपोभूमि है। इसलिए जबलपुर का नाम जाबालिपुरम के नाम से जाना जाए।

कौन थे जाबालि ऋषि

जबलपुर की पहचान महर्षि जाबालि के नाम से ही रही है। उनका और इस शहर का जिक्र रामायण के साथ ही नौ पुराणों और महर्षि जाबालि द्वारा रचित जाबालदर्शन उपनिषद, जाबालोपनिषद् और जाबाल उपनिषदों में मिलता है। ऐसा माना जाता है कि भगवान राम को वनवास छोड़ अयोध्या लौटने का आग्रह करने उनके भाई भरत के साथ जाबालि ऋषि भी गए थे। अयोध्या राजपरिवार में जाबालि ऋषि राजा दशरथ के मंत्री थे। जबलपुर उनकी तपोभूमि थी।