मुंबई । संकट में फंसी एडटेक कंपनी बायजू की पैरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न को एक और झटका लगा। अमेरिकी कोर्ट ने कंपनी के 53.3 करोड़ डॉलर फ्रीज कर दिए हैं। अमेरिकी कोर्ट ने आदेश में कहा है कि यह पैसा कहीं इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। इस फैसले को कंपनी के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ रहे कर्जदाताओं की जीत माना जा रहा है। थिंक एंड लर्न ने कानूनी विवादों में फंसने के बाद इस 53.3 करोड़ डॉलर को कथित तौर पर मॉर्टन हेज फंड में ट्रांसफर किया था। रिपोर्ट के मुताबिक, कर्जदाताओं ने मांग की थी कि टेक फर्म द्वारा पैसे के इस्तेमाल को रोकने के लिए इस कोर्ट में जमा करवा दिया जाए।
कोर्ट ने बायजू के फाउंडर बायजू रविंद्रन के भाई और कंपनी के डायरेक्टर रिजू रविंद्रन को निशाना बनाकर कहा कि आप बताइए पैसा कहां है। जज ने सुनवाई में कहा, मैं उनका विश्वास नहीं कर पा रहा हूं कि उन्हें पैसे के बारे में पता नहीं है। थिंक एंड लर्न उन्हें यह जानकारी क्यों नहीं दे रही कि पैसा कहां है। रवींद्रन के वकील शेरोन कोर्पस ने सुनवाई के दौरान अमेरिका कोर्ट में तर्क दिया कि थिंक एंड लर्न में चल रहे संकट के लिए कर्जदाता ही जिम्मेदार हैं। कर्जदाता ही हमारे ऊपर लोन डिफॉल्ट का जरूरत से ज्यादा दबाव बना रहे थे। कंपनी डेलवेयर और न्यूयॉर्क की अदालतों में कर्जदाताओं से केस लड़ रही है।
इसके पहले कर्जदाताओं ने थिंक एंड लर्न द्वारा बनाई गई होल्डिंग कंपनी अल्फा का कंट्रोल अपने हाथ में ले लिया था। अल्फा को 1.2 अरब डॉलर का कर्ज जारी करने के लिए बनाया गया था। बायजू अल्फा ने अदालत में दिवालिया होने की याचिका दाखिल कर दी थी। रवींद्रन ने डेलवेयर कोर्ट में कंपनी को जब्त करने के खिलाफ अपील दाखिल की है।