![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhp_EsylODD3BrvCA-M0Y9lm_T0wMSpaCer2RWPhBqcwi1LfUjJ6sRjIbrmSdKRq3ClhYE63i9Gg4U0uF7-93g8RYO3MRBAY0nkbQri6LlVzZx6vVDOyNLrAgnUCQJJjWKRVPLxQcoIstFqVfz-EX6lG7wc0NWPaR8u5szbszuX4hsANV3BfoqZfdeCMV-H/s320/Screenshot_338.jpg)
वाशिंगटन । अमेरिकी सरकार ने कहा है कि उनके प्रयासों से हिंद-प्रशांत क्षेत्र और अधिक सुरक्षित और समृद्ध बना है। व्हाइट हाउस के एक प्रवक्ता ने कहा कि हिंद प्रशांत रणनीति के कार्यान्वयन ने अमेरिका और इस अहम क्षेत्र को अधिक सुरक्षित एवं अधिक समृद्ध बनाया है तथा भारत के साथ द्विपक्षीय साझेदारी को भी बेहतर बनाया है। व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन की हिंद-प्रशांत रणनीति की दूसरी वर्षगांठ पर कहा, ‘‘अमेरिका हिंद-प्रशांत में पहले कभी इतनी मजबूत स्थिति में नहीं रहा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पिछले दो साल में हमने ऐसे हिंद प्रशांत की दिशा में ऐतिहासिक प्रगति की है जो स्वतंत्र और खुला, जुड़ा हुआ, समृद्ध, सुरक्षित और लचीला है। राष्ट्रपति बाइडन के नेतृत्व की वजह से अमेरिका हिंद-प्रशांत में इस समय जितनी मजबूत स्थिति में है, वैसी स्थिति पहले कभी नहीं रही।’’ वॉटसन ने कहा कि अमेरिका ने हिंद-प्रशांत रणनीति की शुरुआत के बाद से दो साल में अपने गठबंधनों और साझेदारियों में फिर से निवेश किया है और वह उन्हें फिर से मजबूत करके नयी ऊंचाइयों पर ले गया है।उन्होंने कहा कि अमेरिका ने भारत सहित जापान, कोरिया गणराज्य, ऑस्ट्रेलिया, फिलीपीन, थाईलैंड, वियतनाम, इंडोनेशिया और आसियान देशों के साथ अपने संबंधों को मजबूत किया है।