![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiTgbp9S8JXcQOq-_nJg6A4Yc-akukLoGTj0xqihyphenhyphenaF4BtXvlYOURlcRLlor2_o00HKxu2HMnvfnpftWjtdb4FqEHpa_UHjpi_e3zsS_-9efrw0w03nCtnAQazCYBvkqo4vGikhhPzcnvDHexBKUtVjXtl3TCuZe07MgSBTjgvp-ApRa66ksQLkzj8wzsZ0/s1600/Screenshot_43.jpg)
उन्होंने फिल्म और टेलीविजन के लिए पहले से लागू नियमों के समान, ओवर-द-टॉप (ओटीटी) मंचों पर भी तंबाकू चेतावनी नियम लागू करने के महत्व को रेखांकित किया।
इसके अलावा ‘सरोगेट विज्ञापनों’, ‘पॉइंट-ऑफ़-सेल’ तम्बाकू विज्ञापनों और धूम्रपान क्षेत्रों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई।
अनुसार विशेषज्ञों ने ‘विकसित भारत- तंबाकू-मुक्त भारत’ वेबिनार के दौरान युवा आबादी को तंबाकू के आकर्षण से बचाने के महत्व पर जोर दिया।